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क्या कभी नहीं उतरेगा पुष्पम प्रिया का काला मास्क? चुनाव में जमानत बचाना मुश्किल
बिहार विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया का हाल बुरा है

क्या कभी नहीं उतरेगा पुष्पम प्रिया का काला मास्क? चुनाव में जमानत बचाना मुश्किल

लेखन गजेंद्र
Nov 14, 2025
11:54 am

क्या है खबर?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आना शुरू हो गए हैं, जिसमें शुरूआती रूझान में भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) 180 से अधिक सीटों पर आगे है। ब्रिटेन से आपस आकर बिहार बदलने की कसम खाकर चुनाव में उत्तरीं प्लुरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी अब मुश्किल में दिख रही हैं। उन्होंने अपनी जीत तक काला मास्क पहनने की कसम खाई थी, लेकिन अब दरभंगा सीट पर उनकी जीत की उम्मीद काफी कम है।

चुनाव

दरभंगा में कौन आगे?

दरभंगा सीट पर भाजपा के संजय रस्तोगी 8,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। अभी तक 26 राउंड में 8 की गिनती पूरी हो चुकी है। उनको अभी 32,000 से अधिक वोट मिले हैं। दूसरे स्थान पर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के उमेश साहनी 24,000 पाकर पीछे चल रहे हैं। तीसरे स्थान पर जन सुराज के राकेश कुमार मिश्रा हैं, जिनको अभी 3,000 वोट मिले हैं। पुष्पम प्रिया 461 वोट के साथ नौवे स्थान पर हैं।

पहचान

कौन हैं पुष्पम प्रिया?

प्रिया (37) दरभंगा में जन्मीं हैं और पूर्व JDU नेता विनोद चौधरी की बेटी हैं। उनके दादा प्रोफेसर उमाकांत चौधरी समता पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। प्रिया ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से लोक प्रशासन में मास्टर और बिहार की राजनीति और वोटिंग पैटर्न पर शोध किया है। वह 2019 में बिहार आईं और 2020 में 'द प्लुरल्स पार्टी' बनाकर धर्म-जाति से अलग राजनीति करने की कोशिश की। उन्होंने 243 सीटों पर 'सीटी' चुनाव चिन्ह के साथ उम्मीदवार उतारे हैं।

संदेश

काला मास्क और काला कपड़ा पहचान

प्रिया अविवाहित हैं। वह काला कपड़ा और मास्क पहनती हैं। उन्होंने कहा था कि वह अपनी जीत होने तक मास्क नहीं उतारेंगी, बाद में कहा कि बिहार में महिला मुख्यमंत्री बनने तक मास्क नहीं उतारेंगी। वह बचपन से नीतीश को हीरो मानती हैं, लेकिन उनकी राजनीति के खिलाफ हैं। वर्ष 2020 में उन्होंने अखबारों में विज्ञापन देकर खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया था। वह 2020 में चुनाव हारी थीं। वह बिहार को यूरोप बनाने का दावा करती हैं।