बिहार: पहली बार केवल 7 दिन मुख्यमंत्री रहे थे नीतीश कुमार, क्यों देना पड़ा था इस्तीफा?
क्या है खबर?
नीतीश कुमार ने गुरुवार को 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उनको मुख्यमंत्री बनने के 7 दिन बाद ही इस्तीफा देना पड़ गया था। वर्ष 2000 में नीतीश कुमार को समता पार्टी की ओर से 12वीं विधानसभा के चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनाया गया था। उन्होंने 3 मार्च, 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जबकि 7 दिन बाद 10 मार्च, 2000 को इस्तीफा देना पड़ा।
शपथ
नीतीश कैसे बने 7 दिन के मुख्यमंत्री?
वर्ष 1999 में केंद्र में आने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने तत्कालीन केंद्रीय मंत्री नीतीश को NDA की तरफ से राज्य का चेहरा चुना था। फरवरी 2000 के बिहार चुनाव में त्रिशंकु जनादेश आया, जिसमें लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 324 में से 124, जबकि भाजपा-समता पार्टी को 122 सीटें मिलीं। दोनों बहुमत के आंकड़े 163 से पीछे थे। हालांकि, राज्यपाल विनोद चंद्र पांडे ने नीतीश को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
इस्तीफा
नीतीश को क्यों देना पड़ा इस्तीफा?
NDA के 151 विधायकों के समर्थन से नीतीश ने 3 मार्च को शपथ ले ली। केंद्र की वाजपेयी सरकार ने उनकी नियुक्ति का समर्थन किया। हालांकि, RJD ने इसका विरोध किया। उनके पास अन्य पार्टियों से मिलकर 159 विधायक थे, लेकिन उनको सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था। शपथ के बाद विधायकों को तोड़ने की कोशिश हुई। आखिरकार, संख्या बल न होने से नीतीश को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनी थीं।