पंजाब चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री पद को लेकर दिया बड़ा बयान

पंजाब में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर बदले हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र से पहले मंगलवार को चंडीगढ़ में खुद का 'पंजाब मॉडल' लांच कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक भविष्य इसी मॉडल पर टिका है और वह इससे कोई समझौता नहीं करेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पंजाब का मुख्यमंत्री आलाकमान नहीं बल्कि जनता तय करेगी।
सिद्धू की ओर से लॉन्च किए गए पंजाब मॉडल में एक्साइज लीकेज रोकने, शराब की अवैध बिक्री बंद करने और वैट के दायरे में लाने के लिए स्टेट लीकर कार्पोरेशन बनाने का वादा किया गया है। इसी तरह सरकार के खुद रेत खनन कर बेचने के लिए सरकारी स्टॉकयार्ड बनाने के उद्देश्य से पंजाब स्टेट रेत माइनिंग कार्पोरेशन बनाने, पंजाब स्टेट केबल रेगुलेटरी कमीशन, ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन और विज्ञापनों से कमाई के लिए आउटडोर विज्ञापन रेगुलेशन लाने का वादा किया है।
पंजाब मॉडल लॉन्च करने के दौरान सिद्धू ने कहा कि अगले पांच साल पंजाब मॉडल पर सरकार चलेगी। उनका खुद का राजनीतिक भविष्य इसी मॉडल पर टिका है और वह इससे कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में इस मॉडल को शामिल किया जाएगा। इसके लिए उनकी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से भी बात हो चुकी है। इस बार के चुनावों में कोई भी शिगूफेबाजी और जुगाड़ तंत्र नहीं चलेगा।
पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर सिद्धू ने कहा, "आप मुझे एक बात बताओ कि हर आदमी मुख्यमंत्री बन सकता है क्या? अरे मुख्यमंत्री बनाएंगे पंजाब के लोग। आपको किसने कहा कि हाईकमान बनाएगा मुख्यमंत्री।" उन्होंने आगे कहा, "पांच साल पहले भी लोगों ने विधायक चुने थे और उन्होंने मुख्यमंत्री बनाया था। ऐसे में अपने दिमाग में गलत फहमियां न रखें। पंजाब के लोग विधायकों को चुनेंगे और वो ही तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा।"
#WATCH | People of Punjab will decide who will be the CM. Who told you that the (Congress) high command will make the CM?: Punjab Congress president Navjot Singh Sidhu pic.twitter.com/AXC0yFWARj
— ANI (@ANI) January 11, 2022
बता दें कि कांग्रेस ने अभी तक पंजाब में मुख्यमंत्री का चेहरा साफ नहीं किया है। पार्टी का कहना है कि चुनाव सामूहिक नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। ऐसे में अब सिद्धू का यह बयान कांग्रेस आलाकमान को सीधी-सीधी चुनौती माना जा रहा है।
सिद्धू ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी पर भी निशाना साधा। उन्होंनें कहा कि राज्य में रेत के दाम कम हुए हैं, केबल की कीमत कम हुई है। बताओ कहा नहीं हुई? उन्होंने कहा कि टीवी पर हर कोई लाइव होगा। ऐसा नहीं होगा कि विधानसभा में एक बोलता है तो उसे दिखाते हैं और जब दूसरा बोले तो बत्ती गुल कर देते हैं। वह हमेशा पंजाब के हित की बाते करते रहेंगे। उन्हें किसी की परवाह नहीं है।
बता दें कि सिद्धू पहले अमरिंदर सरकार पर हमले करते रहे। उसके बाद जब पार्टी ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया तो भी वह उनके साथ सहज नहीं रहे और नई सरकार के मुखर आलोचक के रूप में उभरे हैं। पिछले साल सिद्धू महाधिवक्ता और पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति को लेकर भी चन्नी सरकार के खिलाफ खड़े हो गए थे। उन्होंने इस्तीफा तक दे दिया था, लेकिन बाद में उनकी मांग पूरी होने पर इस्तीफा वापस ले लिया था।
चुनाव आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार, पंजाब में 14 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा। इसके बाद 10 मार्च को चार अन्य राज्यों के साथ मतगणना होगी और उसी दिन परिणाम जारी किए जाएंगे।