कर्नाटक: 18 महीने में 185 करोड़ रुपये बढ़ी भाजपा उम्मीदवार की संपत्ति
क्या है खबर?
कर्नाटक में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार एमटीबी नागराज की संपत्ति में पिछले 18 महीने में 185 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में नागराज ने अपनी संपत्ति की जानकारी दी है।
बता दें कि नागराज अयोग्य घोषित किए उन 17 बागी विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने इस साल जुलाई में कांग्रेस-JD(S) गठबंधन से इस्तीफा दिया था।
बागियों के इस्तीफे के कारण कांग्रेस-JD(S) गठबंधन की सरकार गिर गई थी।
हलफनामा
1,015 करोड़ से बढ़कर 1,200 करोड़ रुपये हुई नागराज की संपत्ति
अब भाजपा ने 5 दिसंबर को राज्य की 15 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा चुनाव में नागराज को होसकोटे से टिकट दिया है।
चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में होसकोटे ने अपनी संपत्ति लगभग 1,200 करोड़ रुपये बताई है।
2018 कर्नाटक विधानसभा चुनाव के समय दाखिल हलफनामे में उनकी संपत्ति 1,015.43 करोड़ रुपये बताई गई थी, यानि पिछले 18 महीनों में उनकी संपत्ति में कुल 185 करोड़ का इजाफा हुआ है।
जानकारी
2-7 अगस्त में 53 बार डाले गए नागराज के अकाउंट में पैसे
नागराज के मौजूदा हलफनामे के अनुसार, इस साल 2 अगस्त से 7 अगस्त के बीच उनके बैंक अकाउंट में कुल 53 बार पैसा डाला गया। हर ट्रांसजेक्शन में 75-90 लाख रुपये के बीच की राशि डाली गई जो कुल मिलाकर 48.76 करोड़ रुपये होती है।
बयान
नागराज ने कहा- हलफनामे में दी गई सारी सूचनाएं सच और वैध
'इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए नागराज ने कहा, "हलफनामे में दी गई सारी सूचनाएं सच और वैध हैं। मेरे पास सभी दस्तावेज हैं और मैंने आयकर भी दिया है।"
अगस्त में उनके अकाउंट में जमा हुए करोड़ों रुपये के सवाल पर नागराज ने जबाव दिया कि ये उनकी कारोबारी कमाई है।
उन्होंने कहा, "ये फिक्स डिपॉजिट्स की मैच्योरिटी से प्राप्त हुए पैसे हैं। इसके अलावा मेरी कई इमारतें किराए पर भी हैं, जिससे करोड़ों रुपये किराया आता है।"
पृष्ठभूमि
जुलाई में की थी कांग्रेस-JD(S) विधायकों ने बगावत
बता दें कि अगस्त में नागराज के बैंक अकाउंट में पैसे जमा होने से एक महीने पहले ही उनके साथ 16 अन्य बागी विधायकों ने कांग्रेस-JD(S) गठबंधन से इस्तीफा दे दिया था।
तब राज्य में इसी गठबंधन की सरकार थी। लेकिन विधायकों की बगावत के बाद गठबंधन का बहुमत चला गया और हफ्तों चले सियासी नाटक के बाद एचडी कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
बाद में भाजपा ने राज्य में अपनी सरकार बना ली।
उपचुनाव
भाजपा ने दिया है 13 अयोग्य विधायकों को टिकट
कर्नाटक के इस सियासी संकट के समय भाजपा ने कांग्रेस-JD(S) के विधायकों को तोड़ने में अपना हाथ होने से इनकार किया था।
लेकिन अब जब राज्य की 15 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, तब भाजपा ने इनमें से 13 सीटों पर इन्हीं बागी विधायकों को उतारा है।
बता दें कि इन बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें उपचुनाव लड़ने की इजाजत दे दी थी।