राजस्थान: अशोक गहलोत की वसुंधरा राजे को चुनौती, बोले- कांग्रेस का गारंटियों पर मुझसे बहस करें
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की दिग्गज नेता वसुंधरा राजे को कांग्रेस की 7 चुनावी गारंटियों पर खुली बहस की चुनौती दी है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान चुनाव में कांग्रेस की 7 गारंटियां ही मुख्य मुद्दा है और वह विपक्षी नेता राजे को खुली चुनौती देते हैं कि वो इन पर उनके साथ एक बहस करें। राजे के एक बयान के जवाब में गहलोत ने उन्हें ये चुनौती दी है।
राजे ने क्या कहा था?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राजे ने गुरुवार को कांग्रेस की चुनावी गारंटियों पर तंज सकते हुए कहा था कि जिस कांग्रेस की खुद कोई 'गारंटी' नहीं है, उसने लोगों को गारंटी देना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा था, "मुख्यमंत्री गहलोत ने हमेशा राजस्थान की जनता को दुख पहुंचाया है। वह अब झूठे सपने बेच रहे हैं, लेकिन जनता जानती है कि ऐन वक्त पर कांग्रेस की ये सारी चुनावी घोषणाएं गुमराह करने वाली हैं।"
राजे ने और क्या कहा था?
चुनावी सभा में राजे ने गहलोत सरकार के 5 साल के शासन को काला अध्याय बताते हुए कहा था कि राजस्थान में सुशासन के लिए भाजपा की सत्ता में वापसी जरूरी है। उन्होंने कहा था, "ये बेहद शर्मनाक है कि कांग्रेस के कुशासन में राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अपराध, रेप, दलित अत्याचार, भ्रष्टाचार, कर्ज, बेरोजगारी, महंगाई, हिन्दुओं और संतों पर अत्याचार और झूठे वादों के मामले में नंबर वन बन गया है।"
गहलोत ने अपने जवाब में क्या कहा?
गहलोत ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर लिखा, 'राजस्थान चुनाव का मुख्य मुद्दा है कांग्रेस पार्टी द्वारा दी जा रही 7 गारंटियां हैं। मैं विपक्षी पार्टी की नेता राजे को चुनौती देता हूं कि मेरे साथ कांग्रेस की 7 चुनावी गारंटियों पर एक बहस करें।' मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान में 7 नवंबर से कांग्रेस की गारंटी यात्रा शुरू होने जा रही है और कांग्रेस इसके जरिए अपने पक्ष में माहौल बनाने की तैयारी में है।
राजस्थान में 25 नवंबर को होना है चुनाव
राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव का मतदान होना है और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। राजस्थान में 200 सीटों पर करीब 5.2 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। दोनों ही पार्टियों ने यहां मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर अभी तक कोई घोषणा नहीं की है। यहां पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 73 और कांग्रेस ने 100 सीटें जीती थीं और यहां तभी से कांग्रेस की सरकार है।