पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने समर्थन किया तो अरविंद केजरीवाल बोले- आप अपना देश संभालिए
क्या है खबर?
भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी की टिप्पणी का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने करारा जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजक का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेगा और चौधरी को अपने देश को संभालना चाहिए क्योंकि इस वक्त पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं।
चौधरी पहले भी इस तरीके के ट्वीट कर भारत के चुनावों में हस्तक्षेप की कोशिश कर चुके हैं।
मामला
क्या है मामला?
आज 25 मई को दिल्ली में लोकसभा चुनाव का मतदान हो रहा है, जिसमें वोट डालने के बाद केजरीवाल ने अपने पूरे परिवार के साथ तस्वीर ट्वीट की थी।
इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'मैंने अपने पिता, पत्नी और बच्चों के साथ आज वोट डाला... मैंने तानाशाही, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट डाला।'
फवाद चौधरी ने केजरीवाल के इस ट्वीट को रिट्वीट किया और लिखा, 'भगवान करे शांति और सद्भाव नफरत और कट्टरपंथ की ताकतों को हरा दें।'
पलटवार
केजरीवाल बोले- चुनाव हमारा आंतरिक मामला, आप अपने देश को संभालिए
चौधरी के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए केजरीवाल ने लिखा, 'चौधरी साहिब, मैं और मेरे देश के लोग अपने मसलों को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं। आपके ट्वीट की जरूरत नहीं है। इस वक्त पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं। आप अपने देश को संभालिये।'
इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'भारत में हो रहे चुनाव हमारा आंतरिक मामला है। अतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजकों का हस्तक्षेप भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।'
प्रतिक्रिया
चौधरी बोले- कट्टरपंथ सभी के लिए खतरनाक
चौधरी ने भी केजरीवाल को जवाब देते हुए लिखा, 'मुख्यमंत्री साहब, चुनाव बिल्कुल आपका आंतरिक मसला हैं, लेकिन उम्मीद है कि आप इस बात को समझेंगे कि भारत या पाकिस्तान में कट्टरपंथ एक सीमाहीन चीज है और हर किसी के लिए खतरनाक है, चाहें वो बांग्लादेश हो, भारत हो या पाकिस्तान हो। इसी कारण थोड़े से विवेक वाले प्रत्येक व्यक्ति को चिंतित होना चाहिए। पाकिस्तान में आदर्श स्थिति नहीं है, लेकिन व्यक्तियों को बेहतर समाज के लिए प्रयास करने चाहिए।'
परिचय
कौन हैं फवाद चौधरी?
चौधरी इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बड़े नेता थे। वह इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
वह अप्रैल, 2019 से अप्रैल, 2021 तक पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री रहे, वहीं अप्रैल, 2021 से अप्रैल, 2022 तक सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे।
इससे पहले वह 2012-13 में तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के राजनीतिक और सूचना मामलों के सलाहकार भी रहे थे।
उन्होंने मई, 2023 में PTI छोड़ दी थी।