दिल्ली: अपने विधानसभा क्षेत्र में रहेंगे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, 4 अक्टूबर को करेंगे गृह प्रवेश
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल गुरुवार 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास छोड़ देंगे और अगले दिन शुक्रवार को अपने नए घर में प्रवेश करेंगे। केजरीवाल अपने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में ही रहेंगे। उनके के लिए नया आवास तय हो चुका है और वह गुरुवार को नवरात्र शुरू होने के साथ ही शुक्रवार को वहां शिफ्ट हो जाएंगे। इसके साथ ही केजरीवाल अपनी सभी सरकारी सुविधाएं भी छोड़ेंगे।
अभी कहां रह रहे हैं केजरीवाल?
दिसंबर 2013 में दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से पहले केजरीवाल गाजियाबाद के कौशांबी में रहते थे। जब वे मुख्यमंत्री बने तब मध्य दिल्ली के तिलक लेन में आ गए। 2015 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद केजरीवाल उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6 फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में आए, जो AAP समर्थक नरेन जैन का है। केजरीवाल अपने विधानसभा क्षेत्र में किसके आवास में रहेंगे, इसकी जानकारी सामने नहीं आई। हालांकि, लोग अपना घर देना चाहते हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री को नहीं मिलता कोई आधिकारिक आवास
दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास कोई आधिकारिक आवास नहीं होता। वह जिस आवास में रहता है, उसे ही आधिकारिक आवास माना जाता है। मौजूदा समय में केजरीवाल जिस सिविल लाइंस स्थित मकान में हैं, वो कभी लेखक सलमान रुश्दी के पूर्वजों का था। अभी उसके मालिक नरेन जैन हैं, जो आम आदमी पार्टी समर्थक हैं। इस घर को संवारने पर भाजपा ने केजरीवाल को घेरा था और इसे आलीशान सुविधाओं वाला 'शीशमहल' बताया था।
176 दिन जेल में रहने के बाद इस्तीफा दिया
दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर केजरीवाल को पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गिरफ्तार किया था। कुल 176 दिन जेल में रहने के बाद केजरीवाल सितंबर में रिहा हुए। इसके बाद 17 सितंबर को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। केजरीवाल ने AAP विधायकों की बैठक में आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से मान लिया गया। अब आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं।
2013 से नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं केजरीवाल
केजरीवाल ने 2013 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़कर तत्कालीन मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित को यहां से हराया था। तब से यह सीट उनके पास है। इसके बाद केजरीवाल ने 2015 और 2020 में भी चुनाव जीतकर सीट बरकरार रखी थी।