अमित शाह के फोन के बाद खेल मंत्री ने पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया- रिपोर्ट
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों से सरकार दोबारा बातचीत के लिए तैयार है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ओलंपिक मेडल विजेता बजरंग पूनिया को फोन किया। इसमें पहलवानों ने सरकार के साथ कोई भी गुप्त बैठक करने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद पहलवानों को सावर्जनिक रूप से बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया।
सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार- खेल मंत्री
NDTV की रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्री शाह ने फोन पर हुई बातचीत में बजरंग पूनिया ने सरकार के साथ दोबारा किसी भी गुप्त बैठक से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद ही गृह मंत्री के कहने पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्विटर पर पहलवानों को बातचीत के लिए न्योता भेजा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सरकार पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है।'
सरकार के प्रस्ताव पर क्या बोले पहलवान?
दोबारा बातचीत के सरकार के प्रस्ताव पर ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक का बयान सामने आया है। ANI से बातचीत में साक्षी ने कहा, "हम सरकार के प्रस्ताव पर अपने वरिष्ठों और समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे। जब सभी अपनी सहमति देंगे कि प्रस्ताव ठीक है, तभी हम मानेंगे। ऐसा नहीं होगा कि हम सरकार की किसी भी बात को मान लें और अपना धरना समाप्त कर दें। इस बैठक के लिए अभी तक कोई समय तय नहीं हुआ है।"
पूनिया बोले- गृह मंत्री के साथ हुई बैठक से पहलवान संतुष्ट नहीं
मंगलवार को ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने आंदोलन को खत्म करने और सरकार के साथ किसी भी प्रकार का समझौते होने से इनकार कर चुके हैं। पूनिया ने कहा था, "सरकार ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बारे में बात नहीं करने को कहा था और इस बैठक से पहलवान संतुष्ट नहीं हैं।" उन्होंने कहा, "पहलवानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और वह मिलकर आगे बढ़ाने की रणनीति बना रहे हैं।"
किसानों ने दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन को किया स्थगित
इसी बीच किसान संगठनों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 9 जून को दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन को स्थगित कर दिया है। मंगलवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान संगठनों ने पहलवानों के अनुरोध और उनकी सरकार से बातचीत के मद्देनजर इस प्रदर्शन को स्थगित किया है। बता दें कि पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपनी महापंचायत में सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया था।
क्या है मामला?
एक नाबालिग पहलवान समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर पहलवानों ने जनवरी में भी प्रदर्शन किया था। तब जांच के लिए एक समिति गठित की गई थी। इस जांच में लेटलतीफी के चलते अप्रैल में पहलवान फिर से धरने पर बैठ गए थे। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर 2 FIR दर्ज की हैं। विशेष जांच दल (SIT) मामले की जांच कर रहा है।