अमित शाह ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले उठाया बड़ा कदम, मंत्रिमंडल विस्तार को दी मंजूरी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने केएस ईश्वरप्पा और रमेश जारकीहोली जैसे असंतुष्ट विधायकों को मनाने के लिए कर्नाटक सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही शाह ने मई में होने वाले चुनावों को लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर उनका मनोबल भी मजबूत किया है। इसी तरह उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया।
भाजपा ने शुरू किए वोक्कालिगा समुदाय का वोट हासिल करने के प्रयास
शाह ने कर्नाटक में वोक्कालिगा समुदाय के गढ़ में एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया, जो कर्नाटक की आबादी का कम से कम 15 प्रतिशत है। यह लिंगायतों के बाद राज्य का दूसरा सबसे बड़ा वोट बैंक है। इसका पुराने मैसूर क्षेत्र में बड़ा दबदबा है। इस क्षेत्र में मांड्या, मैसूरु, हासन, तुमकुरु, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार और चिक्काबल्लापुर जैसे जिले शामिल हैं। इससे पहले शाह ने आदिचुंचनगिरी मठ के प्रमुख निर्मलानंदनाथ स्वामीजी से भी मुलाकात की।
शाह ने PFI को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना
शाह ने जनसभा में कहा कि कर्नाटक में 2013 से 2018 तक कांग्रेस की सरकार रही और सिद्धारमैया ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उस दौरान इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद ही आंतकी गतिविधियों में संलिप्त PFI जैसे संगठन पर बैन लगाया गया है और इसके नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया है।
मांड्या और मैसूरु में खिलेगा कमल- शाह
शाह ने कहा कि जनता दल सेक्युलर (JDS) और कांग्रेस को कई मौके दिए गए हैं और वे बारी-बारी से राज करते रहे हैं। इस बार मांड्या और मैसूरु में कमल खिलेगा और भाजपा बहुमत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने दोनों दलों को सिरे से नकार दिया है। मांड्या में सात विधानसभा सीटें हैं। इनमें से छह सीटें JDS के पास और एक भाजपा के पास है। भाजपा ने इस सीट को उपचुनाव में जीता था।
भाजपा की पुराने मैसूर में पैठ बनाने की कोशिश
2023 में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा पुराने मैसूर क्षेत्र में पैठ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जो JDS और कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ माना जाता है। भाजपा को 2019 में यहां JDS नेता के पार्टी में शामिल होने के बाद ही जीत मिली थी। बीते शुक्रवार को अमित शाह ने पुराने मैसूर क्षेत्र के मांड्या जिले में एक मेगा डेयरी संयंत्र का उद्घाटन भी किया था।