राजीव गांधी पर मोदी के बयान से आहत युवक ने खून से लिखा EC को खत
क्या है खबर?
अमेठी के एक युवा ने चुनाव आयोग को अपने खून से खत लिखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के खिलाफ विवादित बयान देने से रोकने को कहा है।
मनोज कश्यप नामक इस युवा ने कहा है कि ऐसे बयान लोगों की भावना को आहत करते हैं।
बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर 1' कहा था, जिस पर जमकर विवाद हो रहा है।
पत्र
मनोज ने कहा, मोदी का बयान अत्यंत पीड़ादायक
अमेठी के शाहगढ़ के रहने मनोज के पत्र को कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने ट्वीट किया है।
इसमें मनोज ने राजीव पर मोदी के बयान को बेहद पीड़ादायक बताया है।
उन्होंने लिखा है कि उन सभी की नजरों में राजीव का अपमान करने वालों के लिए वही भाव है जो उनकी निर्मम हत्या करने वालों के लिए है।
मतदान की उम्र 18 साल करने, पंचायती राज लागू करने और कंप्यूटर क्रांति को उन्होंने राजीव की उपलब्धि बताया है।
पत्र में क्या लिखा?
'अटल बिहारी ने भी की राजीव की तारीफ'
मनोज ने आगे लिखा है कि राजीव के बारे में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी सरीखे तमाम नेताओं ने आदरपूर्वक पत्र लिखे थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने उनका अपमान करके करोड़ो देशवासियों को आहत किया है।
उन्होंने कहा है कि बयान से अमेठी का जन-जन आक्रोशित है क्योंकि उनका लहू भले ही आतंकवादियों ने श्रीपेरुमबुदुर में गिराया था, लेकिन उनका दर्द अमेठी के जन-जन में तब से लेकर अब तक है।
चुनाव आयोग से मांग
मनोज की मांग, वोटों के लिए घटिया बात न करें मोदी
खून से खत लिखने का कारण बताते हुए मनोज ने लिखा है, "ये पत्र खून से इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि अमेठी की पवित्र मिट्टी में स्वर्गीय राजीव गांधी जी की भावनाएं समाई हुईं हैं।"
उन्होंने बताया है कि उनका चुनाव से पहले ही यह पत्र लिखने का मन था, लेकिन इसका राजनीतिक मतलब न निकाला जाए, इसलिए नहीं लिखा।
उन्होंने अंत में कहा है, "नरेंद्र मोदी जी को निर्देशित करें कि वोट के लिए इतनी घटिया बातें न करें।"
ट्विटर पोस्ट
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया पत्र
स्वर्गीय राजीव गाँधी जी के मोदी के अपमान जनक टिप्पणी पर अमेठी के इस नवजवान ने निर्वाचन आयोग को चुनाव सम्पन्न होने के बाद खून से लिखा पत्र। pic.twitter.com/tEHTLZ1oRN
— Deepak Singh (@DeepakSinghINC) May 7, 2019
जानकारी
श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे ने की थी राजीव की हत्या
राजीव गांधी 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे थे। वह भारत के अब तक के सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर में चुनाव प्रचार के दौरान लिट्टे के आतंकवादियों ने आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी थी।
विवादित बयान
क्या कहा था मोदी ने?
दरअसल, प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बोफोर्स घोटाले के संबंध में राजीव गांधी पर निशाना साधा था।
उन्होंने कहा था, "आपके पिता को उनके सहयोगी 'मिस्टर क्लीन' कहते थे। लेकिन उनके जीवन का अंत 'भ्रष्टाचारी नंबर 1' के तौर पर हुआ।"
बता दें कि राजीव पर स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स से तोप खरीद के सौदे में कंपनी से रिश्वत लेने का आरोप लगा था।
प्रतिक्रिया
राहुल और प्रियंका का मोदी को जोरदार जवाब
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इस बयान के लिए मोदी पर पलटवार किया था।
राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा, "मोदीजी, लड़ाई खत्म हो चुकी है। आपके कर्मों का फल आपका इंतजार कर रहा है। खुद के बारे में अपने विचारों को मेरे पिता पर थोपना आपको बचा नहीं पाएगा। मेरा प्यार और एक बड़ी सी झप्पी।"
वहीं, प्रियंका ने अनके पिता की शहादत का अपमान करने के लिए मोदी के अहंकार की तुलना दुर्योधन से की थी।