अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी के "मृत्यु कुंभ" वाले बयान का समर्थन किया, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के "मृत्यु कुंभ" वाले बयान का समर्थन किया है।
अखिलेश ने लखनऊ में मीडिया से कहा, "ममता बनर्जी ने जो कहा है, वो बिल्कुल ठीक ही कहा है। उनकी लोगों की भी जान गई है। एक अंग्रेजी अखबार ने भी बताया है कि बंगाल के मृतकों के नाम सूची में नहीं है। बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है।"
बयान
FIR तक दर्ज नहीं हुई- अखिलेश
अखिलेश ने आगे कहा, "बंगाल और अन्य प्रदेशों से आए काफी लोगों की जान गई है। FIR भी दर्ज नहीं की गई है। ये महाकुंभ क्यों कराया गया। ये श्रद्धालु सदियों से आ रहे हैं, वहां पौराणिक समय से कुंभ चल रहा है। वहां इंतजाम की जिम्मेदारी किसकी थी। जब मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 100 करोड़ लोगों का इंतजाम है, तो लोगों का भरोसा बढ़ गया, लेकिन इंतजाम अच्छे नहीं थे। ममता बनर्जी ने ठीक कहा है।"
नाराजगी
लोगों की भावना के साथ खिलवाड़- अखिलेश
अखिलेश ने आगे कहा, "लोगों की आस्था और उनकी भावना के साथ खिलवाड़ हुआ है। उनकी भावना का फायदा भाजपा उठा रही है। जान इतनी गई है कि सरकार बता नहीं पा रही है। अब तक सबसे ज्यादा लोग इसी कुंभ में खोए, सबसे अधिक लोगों की जान गई, सबसे अधिक लोग इसी कुंभ में बीमार हुए, लोगों को इसी कुंभ में सड़कों पर रात में सोना पड़ा। इसका भाजपा के पास क्या जवाब है।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोले अखिलेश यादव?
#WATCH लखनऊ: महाकुंभ को लेकर ममता बनर्जी के बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने जो कहा वो ठीक ही कहा है। उनके लोगों की भी जान गई है। बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। FIR भी दर्ज़ नहीं हो रही... इतने लोगों की जान गई है कि सरकार बता नहीं पा… pic.twitter.com/L2KtZgoTs2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2025
बयान
ममता बनर्जी ने क्या दिया था बयान?
ममता ने बंगाल विधानसभा में मंगलवार को बजट सत्र को संबोधित करते हुए कहा था, "यह महाकुंभ अब मृत्युकुंभ बन गया है। मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं और मैं पवित्र गंगा मां का भी सम्मान करती हूं, लेकिन कोई सही योजना नहीं बनाई गई। कितने लोगों को बचाया गया है? अमीरों और VIP लोगों के लिए एक लाख रुपये तक में शिविर (टेंट) लगवाने की व्यवस्था है। लेकिन गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है।"