CBI के समन को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ठुकराया, दिया ये जवाब
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खनन घोटाले में जांच के लिए भेजे गए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के समन को ठुकरा दिया है। CBI ने 21 फरवरी को समन भेजकर अखिलेश को 29 फरवरी को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया था। अखिलेश गुरुवार को पूछताछ में शामिल नहीं हुए और अपना जवाब भेजा है। उन्होंने जांच में सहयोग की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी जांच में शामिल हो सकते हैं।
जवाब में क्या बोले अखिलेश यादव?
आजतक के मुताबिक, समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश ने CBI को भेजे जवाब में कहा कि वह जांच में सहयोग को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव के बीच और लोकसभा चुनाव से पहले अनुचित तरीके से जल्दबाजी में नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मामले में प्राथमिकी 2019 में दर्ज हुई थी और 5 साल तक उनसे कोई जानकारी नहीं मांगी गई, लेकिन चुनाव के समय अचानक नोटिस भेजे जा रहे हैं।
क्या है मामला?
ये मामला 2012-13 का है। उस वक्त अखिलेश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और खनन विभाग भी उन्हीं के पास था। आरोप हैं कि कर्मचारियों की मिलीभगत से हमीरपुर में खनिजों का अवैध खनन हुआ था। 2016 में हाई कोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच शुरू हुई थी, जिसमें पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम सामने आया था। इसकी प्राथमिकी 2019 में दर्ज की गई थी। हालांकि, मामले में अखिलेश पर कोई सीधा आरोप नहीं है।