
उत्तर प्रदेश: सपा नेताओं के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी, अखिलेश ने जताई नाराजगी
क्या है खबर?
अगले साल की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले आयकर विभाग ने समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं के घर पर छापेमारी की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सपा प्रवक्ता और अखिलेश यादव के करीबी राजीव राय के मऊ स्थित आवास पर विभाग की छापेमारी चल रही है। उनके अलावा मैनपुरी में मैनपुरी में मनोज यादव के घर पर भी आयकर विभाग के अधिकारी पहुंचे हैं।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
राय ने 2014 में लड़ा था लोकसभा चुनाव
आयकर विभाग की एक टीम शनिवार सुबह भारी पुलिसबल के साथ राजीव राय के आवास पर पहुंची थी। उन्होंने 2014 में घोसी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा था। राय एक समूह के मालिक हैं, जो कर्नाटक में कई शैक्षणिक संस्थान चलाता है।
प्रतिक्रिया
राय बोले- मेरा लोगों की मदद करना सरकार को पसंद नहीं
मीडिया से बात करते हुए राय ने कहा, "मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और न ही मेरे पास काला धन है। मैं लोगों की मदद करता हूं और सरकार को यह पसंद नहीं है और यह इसी का नतीजा है। अगर आप कुछ करते हैं तो वो वीडियो बना लेंगे, FIR करेंगे, बेवजह मामला दर्ज करेंगे। कोई फायदा नहीं है। प्रक्रिया पूरी करने दीजिए।"
राय के समर्थक आयकर विभाग की कार्रवाई का विरोध करते हुए नारेबाजी कर रहे हैं।
बयान
अखिलेश यादव ने जताई नाराजगी
अपने करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव से पहले अभी तो आयकर विभाग आया है। ED और CBI का आना बाकी है।
यादव ने छापेमारी पर नाराजगी व्यक्ति करते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आते ही भाजपा ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग शुरू कर दिया है।
बता दें कि कई विपक्षी पार्टियां भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगा चुकी है।
चुनावी रणनीति
छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन की रणनीति अपना रही सपा
विधानसभा चुनावों के लिए सपा छोटी पार्टियों के साथ हाथ मिला रही है। अखिलेश यादव साफ कर चुके हैं कि वो बड़ी पार्टियों से हाथ नहीं मिलाएंगे और छोटी पार्टियों को साथ लेकर भाजपा को टक्कर देंगे।
उन्होंने कहा था कि बड़ी पार्टियों के साथ गठबंधन का उनका अनुभव अच्छा नहीं है। इस बयान में उनका इशारा 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और 2019 लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन से था।
न्यूजबाइट्स प्लस
अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव
सपा नेताओं के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी ऐसे समय हो रही है, जब विधानसभा चुनावों में थोड़ा ही वक्त बाकी है।
राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होेने हैं। अभी तक के रुझानों में इन चुनावों में मुख्य टक्कर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा में नजर आ रही है।
कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी भी अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में हैं।