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अजित गुट की शरद पवार के विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग, याचिका दाखिल की
अजित गुट ने शरद गुट के विधायकों के खिलाफ याचिका दायर की है

अजित गुट की शरद पवार के विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग, याचिका दाखिल की

लेखन नवीन
Sep 22, 2023
11:47 am

क्या है खबर?

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष शरद पवार के गुट में विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है। इससे पहले शरद गुट ने अजित गुट का समर्थन करने वाले लगभग 41 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर थी। इसके जवाब में अब अजित गुट ने शरद का समर्थन करने वाले कुछ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है।

रिपोर्ट

याचिका में किन-किन नेताओं के नाम?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजित गुट की अयोग्यता याचिका में जयंत पाटिल, जितेंद्र आव्हाड, रोहित पवार, राजेश टोपे, अनिल देशमुख, संदीप क्षीरसागर, मानसिंह नाइक, प्राजक्ता तनपुरे, रवींद्र भुसारा और बालासाहेब पाटिल शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इस याचिका से नवाब मलिक, सुमन पाटिल, अशोक पवार और चेतन तुपे के नामों को हटा दिया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले NCP के दोनों गुटों के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि पार्टी में कोई विभाजन नहीं है।

याचिका

6 अक्टूबर को चुनाव आयोग करेगा सुनवाई

चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को अजित पवार के गुट की याचिका पर NCP के प्रतिद्वंद्वी गुटों को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बुलाया है। अजित ने अपने चाचा शरद द्वारा स्थापित पार्टी NCP पर अपना दावा किया है। उन्होंने आयोग के समक्ष याचिका दाखिल कर पार्टी अध्यक्ष पद पर और अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। दूसरी ओर शरद गुट ने 500 पन्नों का जवाब चुनाव आयोग में दाखिल कर अजित गुट को अयोग्य बताया है।

बयान

अजित और शरद के बीच हो चुकी हैं कई गुप्त  बैठकें

पिछले महीने NCP अध्यक्ष शरद ने सबको ये कहकर चौंका दिया था कि पार्टी में कोई बगावत नहीं हुई है। इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई थी क्योंकि अजित और शरद के बीच गुप्त बैठकें हुई थीं। इसी बीच शरद की बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने भी NCP में विभाजन की बात से इनकार कर दिया था। इससे लग रहा था कि पार्टी के दोनों नेताओं के बीच सुलह हो चुकी है।

अजित

अजित ने जुलाई में की थी बगावत

इस साल जुलाई में NCP अध्यक्ष शरद के भतीजे अजित ने उनके खिलाफ बगावत कर दी थी। वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। उनके साथ NCP के 12 अन्य विधायक भी आए थे, जिनमें से 8 को मंत्री बनाया गया है। अजित ने NCP के 40 विधायकों का उन्हें समर्थन होने की बात कही है।