NDA में अजित पवार के बाद शिंदे गुट नाराज, कैबिनेट पद न मिलने पर जताई आपत्ति
क्या है खबर?
केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बन तो गई है, लेकिन इसके साथ ही असंतोष के स्वर उठना शुरू हो गए हैं।
महाराष्ट्र में अजित पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बाद एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना ने कैबिनेट बंटवारे पर आपत्ति जताई है।
पार्टी के मुख्य व्हीप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनको उम्मीद थी कि 7 सांसदों के साथ उनकी पार्टी में किसी को कैबिनेट में जगह मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
असंतोष
क्या बोले बारणे?
आज तक के मुताबिक, बारणे ने कहा कि पार्टी कैबिनेट में जगह की उम्मीद लगाकर बैठी थी, चिराग पासवान के 5, मांझी के 1 और एचडी कुमारस्वामी के 2 सांसद होने पर भी उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया है, लेकिन शिवसेना के 7 सांसद होने के बाद उन्हें 1 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) क्यों मिला है।
उन्होंने कहा कि शिवसेना के प्रदर्शन को देखते हुए कैबिनेट मंत्री का पद दिया जाना चाहिए था, यह रुख क्यों अपनाया गया।
मतभेद
पवार गुट ने ठुकरा दिया राज्य मंत्री का पद
NDA सरकार बनने के बाद सबसे पहले अजित पवार गुट से असहमति के स्वर उठे थे। पवार गुट से प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया जा रहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
इस पर अजित पवार ने मीडिया में सफाई दी कि पटेल पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, ऐसे में यह पद स्वीकार करना ठीक नहीं लगा।
उन्होंने कहा कि वह कुछ दिन इंतजार कर रहे हैं, उन्हें कैबिनेट पद दिया जाना चाहिए।