लोकसभा चुनाव से पहले 'आम आदमी पार्टी' के लिए चुनौती बनी 'आपकी अपनी पार्टी'
आम आदमी पार्टी (AAP) को लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। यह चुनौती उसकी विरोधी पार्टियों कांग्रेस या भाजपा और उनके नेताओं से नहीं बल्कि एक नई पार्टी से मिल रही है। इस पार्टी का नाम आपकी अपनी पार्टी (पीपल्स) है। आपकी अपनी पार्टी (AAP) पीपल्स ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है। आइये जानते हैं कि यह केजरीवाल के लिए कैसे चुनौती है।
केजरीवाल के लिए चुनौती
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) और आपकी अपनी पार्टी (AAP) दोनों के शुरुआती अक्षर बिल्कुल एक जैसे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी का चुनाव निशान झाड़ू और आपकी अपनी पार्टी का चुनाव निशान फ्लैशलाइट, दिखने में लगभग एक जैसे हैं। ऐसे में दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को फिक्र है कि एक जैसे नाम और निशान होने की वजह से मतदाता भ्रमित हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आम आदमी पार्टी को अपना विरोधी मानती हैं आपकी अपनी पार्टी
बतौर मीडिया रिपोर्ट्स, आपकी अपनी पार्टी के रामबीर चौहान ने बताया कि उनका मुख्य विरोध आम आदमी पार्टी से है और वे 2020 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को हराने के लिए दिल्ली की सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। रामबीर 2015 में बसपा की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने आपकी अपनी पार्टी को भाजपा की सहयोगी होने की बात को खारिज किया है। इस पार्टी का मुख्यालय बुराड़ी के अमृत विहार में है।
आम आदमी पार्टी ने नाम पर जताई आपत्ति
आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग में आपकी अपनी पार्टी के नाम पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आपकी अपनी पार्टी का चुनाव चिन्ह भी मतदाताओं को भ्रमित करने वाला है। उन्होंने कहा कि ऐसे चुनाव चिन्ह की वजह से ही 2013 में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के वोट कम हुए थे क्योंकि मतदाता झाड़ू और फ्लैशलाइट में अंतर नहीं कर पाए।
AAP और AAP (पीपल्स) का चुनाव चिन्ह बिलकुल अलग- चौहान
चौहान ने कहा, "EC ने हमें चुनाव चिन्ह के रूप में एक टॉर्च दी थी, बाद में EC ने कहा कि टॉर्च में प्रकाश की किरणें नहीं होनी चाहिए और हमने अपने चुनाव चिन्ह को संशोधित किया। यह AAP के झाड़ू के समान नहीं है।