कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दिए संकेत, लोकसभा 2024 का चुनाव होगा उनका आखिरी
क्या है खबर?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक बयान से सियासी उथल-पुथल को बढ़ा दिया है।
एक स्थानीय टीवी में उन्होंने संकेत दिया कि आगामी 2024 लोकसभा चुनाव तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्र से उनका आखिरी चुनाव हो सकता है। थरूर ने कहा कि वह युवा राजनेताओं को मौका देना चाहते हैं।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है।
बता दें कि थरूर 2009 से केरल के तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सांसद हैं।
बयान
थरूर ने कहा- मुझे लगता है यह मेरा आखिरी चुनाव होगा
दरअसल, थरूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं कि 2024 का लोकसभा चुनाव आखिरी चुनाव होगा। जब इस टिप्पणी को लेकर एक टीवी शो में उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने युवा नेताओं के लिए जगह बनाने में अपना विश्वास व्यक्त किया।
इसके साथ ही कहा, "राजनीति में एक नारा है- कभी ना मत कहो। मैंने कभी ना नहीं कहा। मैंने कहा था कि मुझे लगता है कि यह मेरा आखिरी चुनाव होगा।"
पद
थरूर ने कहा- जीत मिली तो अगली बार खुशी-खुशी छोड़ूंगा पद
थरूर ने कहा, "अगर मैं जीतता हूं तो यह तिरुवनंतपुरम के लोगों के लिए मेरी 20 साल की सेवा होगी। इसके बाद मैं खुशी-खुशी पद छोड़ दूंगा।"
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि न राजनीति में किसी भी चीज़ को लेकर कोई अंतिम स्थिति नहीं है। कोई नहीं जानता कि परिस्थितियां क्या होंगी।
भाजपा द्वारा तिरुवनंतपुरम में थरूर के खिलाफ राष्ट्रीय नेता को मैदान में उतारने की अटकलों पर उन्होंने कहा, "जनता को निर्णय लेने दीजिए, उन्हें विकल्प मिलना चाहिए।"
सांसद
2009 से लगातार तिरुवनंतपुरम से सांसद हैं थरूर
थरूर ने 2009 में तिरुवनंतपुरम से पहली बार चुनाव लड़ा था और 1 लाख के मतों के अंतर से चुनाव जीता था। तब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री का पद भी संभाला था।
साल 2014 में मोदी लहर के बावजूद उन्होंने भारी मतों के अंतर से इस सीट से चुनाव जीता था।
इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनावों में भी थरूर तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर एक लाख वोट के अंतर से जीते थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
राम मंदिर उद्घाटन में नहीं जाएंगे थरूर
22 जनवरी को भव्य राम मंदिर उद्घाटन होना है, लेकिन थरूर ने कहा कि वह मंदिर जरूर जाएंगे, लेकिन राजनीतिक समारोह में नहीं।
उन्होंने केरल में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा, "मैं एक दिन राम मंदिर जरूर जाऊंगा, लेकिन उद्घाटन जैसे भव्य राजनीतिक समारोह के दौरान नहीं और चुनाव से पहले नहीं, ताकि मेरे जाने पर कोई राजनीतिक बयान न दिया जाए।"
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर भी इसकी जानकारी दी है।