एलर्जिक राइनाइटिस के जोखिम कम करने में सहायक हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
क्या है खबर?
अगर आपको धूल-मिट्टी या किसी जानवर के आसपास रहने से छींके आनी शुरू हो जाती हैं तो ये एलर्जी के संकेत हैं।
अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह समस्या बढ़कर एलर्जिक राइनाइटिस का रूप ले लेती है, जिसके कारण कई तरह की समस्याएं शरीर को घेर लेती हैं।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताते हैं, जिनका अभ्यास एलर्जिक राइनाइटिस के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
#1
वृक्षासन
वृक्षासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को आपस में जोड़ें और सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं, फिर शरीर का संतुलन बनाते हुए हाथों की मदद से बायां तलवा दायीं जांघ पर रख लें।
अब अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं और शरीर को आराम देकर आसन को दोहराएं।
#2
अर्ध चंद्रासन
अर्ध चंद्रासन के लिए योगा मैट पर दोनों पैरों को सामान दूरी पर फैलाकर खड़े हो जाएं।
अब दाईं ओर झुकते हुए दाएं हाथ को दाएं पैर के पास रखें और बाएं पैर को ऊपर उठाएं। वहीं, बाएं हाथ को सीधे आसमान की ओर उठाएं और इस मुद्रा में अपना ध्यान बाएं हाथ पर केंद्रित करें।
इस दौरान शरीर का भार दाहिने पैर और हाथों की उंगलियों पर रखें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद सामान्य हो जाएं।
#3
सेतुबंधासन
सेतुबंधासन का अभ्यास करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और शरीर के बगल में हाथ रखते हुए हथेलियों को नीचे की तरफ रखें।
अब घुटनों को मोड़कर पैरों को फर्श पर रखें, इसके बाद अपने कंधों, हाथों और पैरों का सहारा लेते हुए अपनी पीठ को फर्श से उठाएं। इस दौरान धीरे-धीरे गहरी सांस लेते रहें।
कुछ मिनट इस अवस्था में रहने के बाद सामान्य हो जाएं।
#4
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं, फिर अपने दोनों पैरों को धीरे-धीरे घुटनों से मोड़ते हुए छाती के पास ले आएं।
अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखते हुए उंगलियों को आपस में कस लें। इसके बाद सिर और कंधों को जमीन से उठाते हुए नाक को दोनों घुटनों को बीच लगाने का प्रयास करें।
कुछ सेकंड के लिए इसी मुद्रा में बने रहने की कोशिश करें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।