चेहरे की खूबसूरती बढ़ाते हैं ये पांच योगासन, वीडियो देखकर करें अभ्यास
हर किसी की चाहत होती है कि उसका चेहरा हमेशा फ्रेश और खूबसूरत दिखे। इसके लिए लोग न जाने कितने महंगे-महंगे प्रोडक्ट्स और थेरेपी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन योगासन एक ऐसा विकल्प है, जिसके अभ्यास से आप हमेशा के लिए फ्रेश और खूबसूरत चेहरा पा सकते हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहें हैं, जिनकी सहायता से आप अपने चेहरे की खूबसूरती बढ़ा सकते हैं। आइए जानें।
भुजंगासन या कोबरा पोज
इस आसन को करने से पीठ और कंधे से कड़ापन कम होता है और त्वचा में चिकनापन व लचीलापन आता है। भुजंगासन करने के लिए अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। पांच बार सांस लें और आराम करें, फिर से आसान को दोहराएं। रोजाना इस आसन को करने से लाभ होगा।
मत्स्यासन या फिश पोज
इस आसन से त्वचा अधिक लचीली और दृढ़ हो जाती है। मत्स्यासन करने के लिए दण्डासन की मुद्रा में बैठकर दाएं पैर को बाएं पैर पर रखें। फिर अपने हाथों का सहारा लेते हुए पीछे की ओर अपनी कोहनियां टिकाकर लेट जाएं। इसके बाद पीठ और छाती को ऊपर की ओर उठाएं व घुटनों को जमीन पर टिकाकर रखें, फिर अपने हाथों से पैर के अंगूठे पकड़ें और गहरी सांस लें। मत्स्यासन को पांच मिनट तक करके छोंड़ दें।
हलासन या प्लो पोज
सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं व अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। इसके बाद दोनों पैरों के तलवो को आपस में जोड़ लें। फिर दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाते हुए सिर के पीछे ले जाएं व पैरों को बिल्कुल सीधा कर दें। कोशिश करें कि घुटनों को माथे पर सीधे ही रहे, मोड़ें नहीं। एक-दो मिनट तक इसी स्थिति में सांस लें और छोड़ें। फिर धीरे-धीरे आसन की स्थिति छोड़ दें।
सर्वांगासन या शोल्डर स्टैंड पोज
सर्वांगासन सिर में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर त्वचा की चमक में वृद्धि करता है। इस आसन को करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं, साथ ही अपने पैरों को एक साथ चिपका लीजिए। अब धीरे-धीरे अपने पैरों को ऊपर उठाते हुए शरीर से 90 डिग्री का कोण बनाएं। फिर अपनी कोहनी को चटाई से सटाकर अपनी पीठ को अपनी हथेलियों के सहारे से उठाएं। तीन मिनट तक इसी मुद्रा में रहें व धीरें-धीरे आसन छोड़े।
बालासन या चाइल्ड पोज
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं। फिर अपने माथे को जमीन पर लगा लें। इसके बाद अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख लें व अपनी जांघो से अपनी छाती पर दबाव डालें। दो-चार मिनट इस अवस्था में बने रहें व धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। बालासन करने से भी सिर के हिस्से में रक्त परिसंचरण बढ़ता है और तनाव एवं थकावट को दूर करता है।