पसलियों के दर्द को न करें नजरअंदाज, इन योगासनों का अभ्यास करके जल्द पाएं राहत
अगर आपको कभी भी अचानक से पसलियों में दर्द की समस्या होने लगे तो इसे हल्के में न लें क्योंकि इसके कारण आपको सांस लेने से लेकर उठने-बैठने तक में काफी दिक्कत हो सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप तुरंत डॉक्टर से मिले और उनकी बताई दवाओं के सेवन के साथ कुछ योगासनों का अभ्यास करें। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जो पसलियों के दर्द को दूर कर सकते हैं।
उत्तान शीशोसन
सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर घुटनों के बल खड़े हो जाएं। अब गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुककर माथे को जमीन से सटाएं और दोनों हथेलियों को भी जमीन पर रखें। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहकर सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इसके बाद सांस लेते हुए वापस वज्रासन की मुद्रा में आ जाएं और सामान्य हो जाएं।
भुजंगासन
भुजंगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। थोड़ी देर बाद फिर से इस योगासन को करें।
बिटिलासन
बिटिलासन के लिए पहले योगा मैट पर वज्रासन की मद्रा में बैठें और फिर आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों को अपने आगे सीधे जमीन पर टिका लें। अब अपने कूल्हे को ऊपर की तरफ और पेट को जमीन की ओर दबाएं। इसके बाद सिर को उठाते हुए कुछ सेकंड सीधे या फिर आसमान की तरफ देखें। कुछ देर इस मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे वज्रासन की अवस्था में वापस आ जाएं और आसन छोड़ दें।
कुंभकासन
कुंभकासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले पेट के बल सीधा लेट जाएं और दोनों पैरों को पंजों की तरफ से जमीन से सटा लें। अब अपना पूरा वजन अपने पैरों के पंजों और हाथों की हथेलियों पर डालते हुए शरीर को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस दौरान कमर और गर्दन को बिल्कुल सीधा रखें। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।