
पारसी गारा साड़ी खरीदने जा रहे हैं? इन 5 तरीकों से असली नकली का करें पता
क्या है खबर?
पारसी गारा साड़ियां पारसी समुदाय की पारंपरिक पोशाक हैं। ये साड़ियां अपने हाथ से बने डिजाइन और उच्च गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं। हालांकि, बाजार में मशीन से बनी पारसी गारा साड़ियों की भी भरमार है, जो असली की तरह दिखती हैं। ऐसे में असली और नकली पारसी गारा साड़ी की पहचान करना जरूरी है ताकि पैसे की बर्बादी न हो। आइए आज हम आपको असली और नकली पारसी गारा साड़ी के बीच का अंतर जानें।
#1
कपड़े की गुणवत्ता पर ध्यान दें
असली पारसी गारा साड़ियां आमतौर पर उच्च गुणवत्ता वाले सूती या रेशमी कपड़े से बनाई जाती हैं। इनके कपड़े की बनावट मुलायम होती है और यह हाथ से बुनी हुई होती है। दूसरी ओर मशीन से बनी साड़ियों का कपड़ा अक्सर मोटा और कठोर होता है। इसके अलावा असली साड़ी का कपड़ा लंबे समय तक टिकाऊ होता है और यह धोने के बाद भी अपनी गुणवत्ता नहीं खोता है।
#2
डिजाइन और कढ़ाई पर गौर फरमाएं
असली पारसी गारा साड़ियों पर की गई कढ़ाई बहुत बारीकी से की जाती है, जिसमें छोटे-छोटे फूल, पक्षी और अन्य डिज़ाइन शामिल होते हैं। यह कढ़ाई हाथ से की जाती है, इसलिए इसमें थोड़ी असमानता हो सकती है, जो इसे और भी खास बनाती है। दूसरी ओर मशीन से बनी साड़ियों पर कढ़ाई एकसार होती है और इसमें हाथ से की गई कढ़ाई जैसी खूबसूरती नहीं होती।
#3
रंगों की गहराई समझें
असली पारसी गारा साड़ियों के रंग गहरे और स्थायी होते हैं क्योंकि इन्हें प्राकृतिक रंगों से रंगा जाता है। ये रंग समय के साथ फीके नहीं पड़ते और धोने पर भी अपनी चमक बनाए रखते हैं। दूसरी ओर मशीन से बनी साड़ियों के रंग हल्के होते हैं और ये जल्दी फीके पड़ जाते हैं। इसके अलावा इन रंगों में चमकदार दिखावट होती है, जो असली की तरह दिखते हैं, लेकिन ये नकली होते हैं।
#4
कीमत पर ध्यान दें
असली पारसी गारा साड़ियों की कीमत थोड़ी ज्यादा हो सकती है क्योंकि इन्हें बनाने में समय और मेहनत लगती है। अगर कोई साड़ी बहुत सस्ती मिल रही है तो वह नकली हो सकती है। इस प्रकार इन सरल तरीकों से आप आसानी से असली नकली पारसी गारा साड़ी की पहचान कर सकते हैं और अपनी खरीदारी सफल बना सकते हैं।