गमले में भी उगाया जा सकता है लिली का पौधा, यहां जानिए इसका आसान तरीका
क्या है खबर?
लिली अपने सुंदर रूप और सांस्कृतिक महत्व के कारण बेहद खास मानी जाती हैं। इसके फूल को पवित्रता, प्यार, पुनर्जन्म और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
लिली का फूल लाल, पीले, गुलाबी और नीले जैसे रंगों में उगता है। सितारों के आकार के इन फूलों को बगीचे का हिस्सा बनाने से उसकी सुंदरता बढ़ती है और मनमोहक खुशबु आती है।
इस पुष्प को गमले में उगना भी आसान होता है, जिसका सही तरीका आज हम आपके साथ साझा करेंगे।
#1
लिली की कली खरीदें
लिली का पौधा उसकी कली यानि बल्ब के जरिए ही उगाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले आपको बाजार से लिली की कलियां खरीदकर लानी होंगी।
ऐसी कलियां चुनें, जो मोटी और स्वस्थ दिख रही हों। फफूंद लगी या कटी-फटी कलियों को खरीदने से बचें, क्योंकि उनमें से फूल नहीं निकल पाएंगे।
बाजार में लिली की कई किस्में पाई जाती हैं और आप अपनी पसंद के अनुसार उनमें से एक चुन सकते हैं।
#2
सही स्थान चुनकर मिट्टी तैयार करें
लिली का फूल गर्मी में खिलता है, क्योंकि उसे सूरज की रोशनी से प्रेम होता है। इसीलिए, जरूरी है कि आप इसे किसी ऐसे स्थान पर उगाएं, जहां अच्छी धूप आती हो।
इसे गमले में लगाने के बाद ऐसी जगह पर रखें, जहां रोजाना 6 घंटे धूप आती हो। रखने से पहले, गमले में उपजाऊ मिट्टी और खाद का मिश्रण डालें।
आपको अच्छी गुणवत्ता वाली पॉटिंग मिट्टी का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि बचा हुआ पानी उससे बाहर निकल सके।
#3
कलियां बोएं और उन्हें पानी दें
एक बार जब मिट्टी तैयार हो जाए तो कलियां बोना शुरू करें। लिली की कलियों को मिट्टी में लगभग 4-6 इंच गहराई पर लगाएं।
उनके अच्छे विकास के लिए उन्हें लगभग 6-8 इंच की दूरी पर लगाएं। अगर आप एक गमले में कई कलियां लगा रहे हैं तो उन्हें जड़ें फैलाने के लिए पर्याप्त जगह दें।
रोपण के बाद कलियों के आस-पास की मिट्टी को स्थिर करने के लिए उसमें पानी डालें। सुनिश्चित करें कि मिट्टी नम हो, गीली नहीं।
#4
खाद छिड़कें और टहनियों को सहारा दें
हर 2 से 3 दिन पर अपने लिली के पौधे में पानी डालें। इसके अलावा, गमले की ऊपरी सतह पर खाद का छिड़काव कर दें।
इससे नमी बरकरार रखने, खरपतवार की वृद्धि को रोकने और मिट्टी के तापमान को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। जब आपका लिली का पौधा बड़ा हो जाए तो उसे लकड़ी या डंडे की मदद से सहारा दें।
इससे आपका पौधा सिधाई में बड़ा होगा, वह झुकेगा नहीं और उसमें उगने वाले फूल स्वस्थ रहेंगे।