आप भी गमले में उगाना चाहते हैं शिमला मिर्च? इन टिप्स को अपनाने से मिलेगी सफलता
क्या है खबर?
शिमला मिर्च को पोषण का पावर हाउस कहा जा सकता है, क्योंकि यह शरीर को कई लाभ पहुंचाती है।
आम तौर पर इस सब्जी को उगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी में इसके बीजों को बोया जाता है।
हालांकि, काफी कम लोग जाते हैं कि शिमला मिर्च को गमलों में भी आसानी से उगाया जा सकता है।
अगर आप अपने बगीचे में इस लजीज और स्वास्थ्यवर्धक सब्जी को जोड़ना चाहते हैं तो इसे इन टिप्स की मदद से उगाएं।
#1
मिट्टी तैयार करें और बीजों को अंकुरित करें
शिमला मिर्च को गमले में उगाने से पहले आपको मिट्टी का सही मिश्रण बनाना होगा। इसके लिए बराबर मात्रा में कोकोपीट और वर्मीकम्पोस्ट को मिला लें।
अब सीडलिंग ट्रे के सांचों में मिट्टी को डालें और सभी में शिमला मिर्च के बीज भी डाल दें। बीजों को मिट्टी में ऊपर-ऊपर ही लगाएं और उन्हें बहुत गहराई में न बोएं।
इनमें रोजाना पानी डालते रहें, ताकि बीज अच्छी तरह अंकुरित हो जाएं।
#2
पौधों को गमलों में लगाएं
जब शिमला मिर्च के पौधे थोड़े बड़े हो जाएं तब उन्हें ट्रे से निकालकर गमलों में लगाना शुरू करें। उगने के बाद पौधों को बड़ा होने में करीब 20 से 25 दिन का समय लग जाता है।
जब पौधे थोड़े और बड़े हो जाएं तब उन्हें और बड़े गमलों में लगा दें, क्योंकि शिमला मिर्च को उगने के लिए ज्यादा जगह चाहिए होती है।
गमलों में ऐसी मिट्टी डालें, जो पोशाक तत्वों से भरपूर हो और जिसमें पानी न रुके।
#3
धूप में रखें और रोजाना पानी डालें
शिमला मिर्च के पौधे को अच्छी तरह उगने के लिए धूप की जरूरत पड़ती है। उन्हें रोजाना कम से कम 6-8 घंटे की धूप दिखाएं, ताकि वे अच्छी तरह उग सकें।
इसके साथ ही पौधों को पानी देना न भूलें। जब पौधों की ऊपरी मिट्टी सूखी हुई दिखाई दे तब उनमें पानी डालें।
समय-समय पर अपने शिमला मिर्च के पौधों में खाद भी डालें, ताकि वे स्वस्थ और फलदार हों। कुछ समय बाद आपके पौधों में शिमला मिर्च उग जाएंगे।
#4
इन बातों का भी ध्यान रखें
वैसे तो शिमला मिर्च साल के 12 महीने उगाई जा सकती हैं, लेकिन इन्हें उगाने का सही समय जनवरी-फरवरी या जून-जुलाई के बीच होता है।
इन पौधों को जरूरत से ज्यादा पानी देने से उनकी जड़ें कमजोर हो सकती हैं, इसीलिए थोड़ी मात्रा में ही पानी डालें। जब शिमला मिर्च पक जाएं तो उन्हें तोडना न भूलें।
पकी हुई शिमला मिर्च तोड़ने से आपका पौधा और सब्जी पैदा करेगा। साथ ही पौधों को कीट से भी बचाकर रखें।