
अल्जाइमर से लड़ने में मदद कर सकते हैं ग्रीन टी और विटामिन-B3, अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
अल्जाइमर एक न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग है, जो मस्तिष्क में हानिकारक प्रोटीन के असामान्य जमाव के कारण होता है। इससे प्रभावित व्यक्ति को कमजोर याददाश्त, भ्रम और व्यवहार में समस्याएं आती हैं। हालांकि, कैलिफोर्निया के शहर इरविन में स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि निकोटिनामाइड यौगिक (विटामिन-B3 का एक रूप) और ग्रीन टी में पाए जाने वाला एपिगैलोकैटेचिन गैलेट नामक एंटीऑक्सीडेंट अल्जाइमर से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
प्रभाव
निकोटिनामाइड और एपिगैलोकैटेचिन गैलेट का संयोजन का मस्तिष्क पर पड़ता है सकारात्मक प्रभाव
जेरोसाइंस जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के शोधकर्ताओं का कहना है कि निकोटिनामाइड और एपिगैलोकैटेचिन गैलेट का संयोजन उम्र बढ़ने वाली मस्तिष्क कोशिकाओं को फिर से जीवंत कर सकता है और अल्जाइमर से जुड़े हानिकारक प्रोटीन के जमाव को कम कर सकता है। इसके अतिरिक्त निकोटिनामाइड और एपिगैलोकैटेचिन गैलेट का संयोजन मस्तिष्क कोशिकाओं में एक आवश्यक ऊर्जा अणु के स्तर को सुधार सकता है।
बयान
उम्र बढ़ने पर प्रभावित होती हैं मस्तिष्क की कार्यक्षमता- ब्रुअर
शोधकर्ताओं द्वारा न्यूरॉन्स पर किए गए परीक्षणों में निकोटिनामाइड और एपिगैलोकैटेचिन गैलेट ने मिलकर उम्र से संबंधित कोशिकीय कमियों को दूर किया और अल्जाइमर का कारण बनने वाले हानिकारक एमिलॉयड प्रोटीन को दूर किया। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर और प्रमुख लेखक ग्रेगरी ब्रुअर ने कहा, "जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है, उनके मस्तिष्क में न्यूरोनल ऊर्जा के स्तर में गिरावट देखी जाती है, जिससे मस्तिष्क हानिकारक प्रोटीन को हटाने में धीमा हो जाता है।"
परीक्षण
वृद्ध चूहों पर किया गया परीक्षण
शोधकर्ताओं ने वृद्ध चूहों के न्यूरॉन्स में ग्वानोसिन ट्राइफॉस्फेट के स्तर को ट्रैक करने के लिए GEVAL नामक एक आनुवंशिक रूप से एन्कोडेड फ्लोरोसेंट सेंसर का उपयोग किया, जिससे उन्होंने पाया कि ग्वानोसिन ट्राइफॉस्फेट का स्तर उम्र के साथ कम होता जाता है, जिसके कारण मस्तिष्क हानिकारक प्रोटीन को ढंग से नहीं हटा पाता। हालांकि, जब वृद्ध चूहों के न्यूरॉन्स का निकोटिनामाइड और एपिगैलोकैटेचिन गैलेट के साथ केवल 24 घंटों तक परीक्षण किया तो ग्वानोसिन ट्राइफॉस्फेट का स्तर सुधरा।
सलाह
डॉक्टरी जांच और उपचार को दें प्राथमिकता- ब्रुअर
ब्रुअर ने कहा, "यह अध्ययन ग्वानोसिन ट्राइफॉस्फेट के स्तर के महत्व को उजागर करता है, जो मस्तिष्क के महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित करता है।" उन्होंने ने आगे कहा कि इस अध्ययन के परिणाम को बेहतर तरीके से सामने लाने के लिए और शोध की आवश्यता है ताकि उन्हें उनके सारे प्रश्नों का जवाब मिल सके। इसलिए अल्जाइमर के रोग से निपटने के लिए डॉक्टरी जांच और उपचार को प्राथमिकता दें।