वीरभद्रासन-3: स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है यह योगासन, जानिए इसके अभ्यास से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
योग एक ऐसी क्रिया है जिसमें एक ही आसन के कई स्वरूप होते हैं। ऐसा ही एक आसन है वीरभद्रासन जिसका तीसरा स्वरूप वीरभद्रासन-3 है। इस स्थिति में एक पैर के ऊपर पूरे शरीर का भार नियंत्रित करना होता है। अगर आप रोजाना इस आसन का अभ्यास करेंगे तो इससे आपको ढेरों स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। आइए आज हम आपको इस योगासन के अभ्यास का तरीका और इससे जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
वीरभद्रासन-3 के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों हाथों को अपने सामने इस तरह फैलाएं कि हथेलियां एक-दूसरे के सामने हों। इसके बाद अपने बाएं पैर को उठाकर पीछे की ओर सीधा करने का प्रयास करें। इस दौरान आपके पूरे शरीर का भार दाएं पैर पर होना चाहिए। कुछ मिनट इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं और फिर यही प्रक्रिया दूसरे पैर से दोहराएं।
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर रीढ़ की हड्ड़ी, गर्दन, कंधे या पैरों में दर्द या कोई अन्य समस्या हो तो यह आसन न करें और इसका अभ्यास करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, वे लोग भी इस आसन का अभ्यास न करें। अगर पेट से संबंधित कोई बीमारी है तो भी इस आसन के अभ्यास से बचें। गर्भवती महिलाओं को भी वीरभद्रासन-3 का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
वीरभद्रासन-3 के नियमित अभ्यास से मिलने वाले फायदे
यह आसन पीठ, पैरों और हाथों की मांसपेशियों को मजबूती देता है। इस योगासन से पाचन तंत्र की कार्यक्षमता को बढ़ाने में काफी मदद मिलती है। यह आसन साइटिका की समस्या को भी दूर करता है। यह योगासन संतुलन शक्ति को भी बढ़ाता है और शरीर का पॉश्चर सुधारने में मदद करता है। यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ता है। इसके अलावा यह आसन गले से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में भी काफी मदद कर सकता है।
वीरभद्रासन-3 के अभ्यास से जुड़ी विशेष टिप्स
अगर आप पहली बार वीरभद्रासन-3 का अभ्यास करने वाले हैं तो योग गुरू की मदद जरूर लें। अगर पैरों को पीछे की ओर सीधा करने में परेशानी हो तो दीवार का सहारा लें। इस आसन को करते समय शरीर में अधिक तनाव पैदा न करें। असुविधा होने पर इस आसन का अभ्यास न करें और कभी भी अपने पैरों पर अधिक दबाव न डालें क्योंकि इससे चोट लगने का खतरा रहता है।