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वास्तु के अनुसार घर में करें ये 5 बदलाव, जीवन में आएगी खुशहाली
वास्तु के अनुसार घर में करें ये बदलाव

वास्तु के अनुसार घर में करें ये 5 बदलाव, जीवन में आएगी खुशहाली

लेखन अंजली
Dec 22, 2025
12:41 pm

क्या है खबर?

घर में छोटी-छोटी चीजों का प्रभाव हमारे जीवन पर काफी पड़ता है। वास्तु शास्त्र भी इसी सिद्धांत पर आधारित है। यह शास्त्र बताता है कि घर में कौन-सी वस्तु कहां रखनी चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। हालांकि, कई बार हम अनजाने में कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिनका असर हमारे जीवन पर पड़ता है। आइए आज हम आपको पांच ऐसे बदलावों के बारे में बताते हैं, जिन्हें अपनाने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।

#1

पूजा घर की दिशा का रखें ध्यान

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर को उत्तर या पूर्व दिशा में बनाना सबसे अच्छा माना जाता है। अगर आपका पूजा घर किसी और दिशा में है तो इसे बदलने की कोशिश करें। ऐसा करने से न केवल सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी बल्कि मानसिक शांति भी मिलेगी। इसके अलावा पूजा घर की सजावट भी ध्यानपूर्वक करें ताकि वहां की हवा साफ और ताजगी से भरी रहे। इससे घर का माहौल भी खुशनुमा बना रहेगा।

#2

रसोई की आग की दिशा हो सही

रसोई का अग्नि तत्व भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। वास्तु के अनुसार, रसोई की आग यानी चूल्हा दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। अगर आपकी रसोई किसी और दिशा में है तो इसे बदलना संभव न हो तो कम से कम चूल्हे की दिशा को सही करें। इसके अलावा रसोई में लाल, नारंगी या पीले रंग का इस्तेमाल करें ताकि वहां की ऊर्जा सकारात्मक बनी रहे। इस तरह से आप रसोई में सकारात्मकता बनाए रख सकते हैं।

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#3

बेड की दिशा का रखें ध्यान

सोने का स्थान भी बहुत अहम होता है। वास्तु के अनुसार, सोने का बिस्तर उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे न केवल अच्छी नींद मिलेगी बल्कि सेहत भी बेहतर रहेगी। इसके अलावा बिस्तर को दीवार से थोड़ी दूरी पर रखें ताकि हवा का प्रवाह बना रहे और आप ताजगी महसूस करें। यह आपके सेहत और मानसिक शांति के लिए भी लाभकारी होगा।

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#4

दरवाजों की दिशा का रखें ध्यान

दरवाजे घर का चेहरा होते हैं और इनकी दिशा भी बहुत अहमियत रखती है। वास्तु के अनुसार, मुख्य दरवाजा पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सके। अगर आपका मुख्य दरवाजा किसी और दिशा में है तो इसे बदलना मुश्किल हो तो कम से कम दरवाजे पर एक छोटा सा आईना लगाएं ताकि ऊर्जा सही दिशा में प्रवाहित हो सके। इससे घर का माहौल भी सकारात्मक बना रहेगा।

#5

जल स्रोत की दिशा का रखें ध्यान

जल स्रोत यानी पानी की टंकी, नल आदि भी बहुत जरूरी होते हैं। वास्तु के अनुसार, जल स्रोत दक्षिण-पूर्व दिशा में होने चाहिए ताकि नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न कर सके। अगर आपका जल स्रोत किसी और दिशा में है तो इसे बदलना संभव न हो तो कम से कम जल स्रोत पर एक छोटा सा कांच लगाएं ताकि ऊर्जा सही दिशा में प्रवाहित हो सके। इस तरह से घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।

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