साड़ी पहनने वाली महिलाएं हो जाएं सावधान, टाइट पेटीकोट से हो सकता है कैंसर- अध्ययन
आमतौर पर महिलाएं साड़ी पहनते समय पेटीकोट को कसकर बांध लेती हैं, लेकिन इस वजह से कैंसर का खतरा उत्पन्न हो सकता है। एक हालिया अध्ययन में यह बात सामने आई है कि पेटीकोट को कसकर बांधने से कैंसर हो सकता है और इससे प्रभावित दो महिलाओं का इलाज भी किया जा रहा है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल केस रिपोर्ट्स में प्रकाशित इस अध्ययन पेटीकोट को कसकर बांधने से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों पर प्रकाश डाला है। आइए इसके बारे में जानें।
कैसे पेटीकोट बन सकती है कैंसर का कारण?
अध्ययन के बारे में उत्तर प्रदेश के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहना है कि अगर पेटीकोट की डोरी से लंबे समय तक त्वचा पर दबाव और जलन होती है, जो धीरे-धीरे अल्सर उत्पन्न कर सकती है, जो कुछ मामलों में त्वचा के कैंसर का कारण बन सकता है। पेटीकोट के कारण कैंसर से ग्रस्त हुई एक महिला ने PTI से कहा कि उन्होंने कभी सोचा नही था कि पारंपरिक परिधान स्वास्थ्य जोखिम की वजह हो सकता है।
पेटीकोट से हुए कैंसर के सामने आए ये दो मामले
अध्ययन के लेखकों ने बताया कि सामने आए दोनों मामलों में से एक 70 वर्षीय महिला है, जो अपनी कमर की दाहिनी तरफ पसलियों और कूल्हे की हड्डी के बीच दर्द की समस्या लेकर अस्पताल गई थी, जहां उसे पता चला कि उसे अल्सर है। यह अल्सर महिला को 18 महीने से था और ठीक होने का नाम ही नहीं ले रहा था, फिर उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों को पता चला कि वह महिला कसकर पेटीकोट बांधती हैं।
महिलाओं को हुआ स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा
लेखकों ने बताया कि इसी तरह एक बुजुर्ग महिला दो साल से लगातार अपनी कमर के अल्सर का इलाज करा रही है, जो 40 वर्षों से प्रतिदिन लुगड़ा पहनती थी। लुगड़ा साड़ी पहनने का एक तरीका है, जो बिना पेटीकोट के पहनी जाती है, लेकिन उसे कसकर बांधने से महिला को अल्सर हुआ। लेखकों ने आगे बताया, "बायोप्सी से पता कि दोनों महिलाओं को मार्जोलिन अल्सर था, जिसे स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (त्वचा के कैंसर) के रूप में जाना जाता है।"
महिलाओं को बांधने चाहिए ढीले पेटीकोट- अध्ययन
त्वचा कैंसर से पीड़ित महिलाओं में से एक ने कहा, "मैं अपने वयस्क जीवन के अधिकांश समय से अपनी कमर के चारों ओर कसकर नौवारी साड़ी पहन रही हूं और 6 साल पहले मेरी कमर के दाहिनी तरफ एक छोटा घाव हुआ, जिसे मैं एक सामान्य त्वचा संबंधी समस्या समझकर नजरअंदाज करती रही, लेकिन उसने मेरी परेशानी बढ़ा दी।" अध्ययन के लेखकों का कहना है कि महिलाएं हमेशा ढीला पेटीकोट बांधे ताकि उन्हें दिकक्त न हो।