राजस्थान के कुम्भलगढ़ जाएं तो इन 5 जगहों का जरूर करें रुख, मिलेगा यादगार अनुभव
राजस्थान का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर स्थल कुम्भलगढ़ अपनी विशाल कुम्भलगढ़ किले के लिए जाना जाता है। यह किला विश्व धरोहर स्थल के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त है। अरावली पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित यह किला अपने खूबसूरत वास्तुकला और इतिहास के लिए मशहूर है। यहां की यात्रा आपको राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास से रूबरू कराएगी। आइए यहां के पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं।
कुम्भलगढ़ किला
कुम्भलगढ़ का मुख्य आकर्षण यहां का विशाल किला है। इस किले को महाराणा कुंभा ने 15वीं सदी में बनवाया था। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा दीवार वाला किला है, जिसकी दीवारें लगभग 36 किलोमीटर लंबी हैं। इस दीवार को 'ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया' भी कहा जाता है। यहां आप विभिन्न महलों, मंदिरों और बागों को देख सकते हैं, जो राजपूत वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरण हैं।
बादल महल
बादल महल कुम्भलगढ़ किले के सबसे ऊंचे हिस्से पर स्थित एक खूबसूरत महल है। इसे दो भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें से एक मर्दाना महल और दूसरा जनाना महल है। इस महल से चारों ओर का नजारा बेहद खूबसूरत दिखता है, जहां से आप अरावली पर्वत श्रृंखला की सुंदरता को निहार सकते हैं। बादल महल की रंगीन भित्तिचित्रें और जटिल नक्काशी इसे देखने लायक बनाती हैं।
रणकपुर जैन मंदिर
कुम्भलगढ़ से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित रणकपुर जैन मंदिर भी एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, जिसे आप अपनी यात्रा में शामिल कर सकते हैं। यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना हुआ है और इसकी वास्तुकला बेहद आकर्षक है। यहां कुल 1444 स्तंभ हैं जिनमें प्रत्येक स्तंभ पर अलग-अलग नक्काशी की गई है। इस मंदिर की शांति और सुंदरता आपको एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगी।
कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य जरूर जाना चाहिए जो कि अरावली पर्वत श्रृंखला में फैला हुआ है। यहां आप विभिन्न प्रकार के वन्यजीव जैसे तेंदुआ, भालू, हिरण आदि देख सकते हैं। इस अभयारण्य में जंगल सफारी आपके लिए एक रोमांचकारी अनुभव हो सकता है जहां आप प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवन को करीब से देख सकते हैं। यहां की हरियाली और शांत वातावरण आपको एक अलग ही दुनिया का एहसास कराएंगे।
हल्दीघाटी
हल्दीघाटी कुंभलगढ़ से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित एक ऐतिहासिक युद्धभूमि स्थल है, जहां महाराणा प्रताप ने मुगलों के खिलाफ वीरता दिखाई थी। यहां जाकर आप उस महान योद्धा की वीरता को महसूस कर सकते हैं। हल्दीघाटी संग्रहालय भी देखा जा सकता है, जहां महाराणा प्रताप संबंधित वस्तुएं प्रदर्शित होती हैं। इस प्रकार आपकी कुंभलगढ़ यात्रा यादगार बन सकती है, जहां इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक शांति सब कुछ मिलेगा।