डायबिटीज के मरीज़ ज़रूर खाएँ ये पाँच सब्ज़ियाँ, रहेगा ब्लड शुगर नियंत्रित
क्या है खबर?
आज के तेज़ी से बदलते इस समय में लोग कई तरह की शारीरिक परेशानियों से घिरे हुए हैं, इन्ही में से एक है डायबिटीज।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डायबिटीज मेटाबोलिक बीमारियों का एक समूह है, जिसमें ख़ून में ग्लूकोज या ब्लड शुगर की मात्रा सामान्य से ज़्यादा हो जाती है।
कुछ ऐसी सब्ज़ियाँ हैं, जिनका सेवन सर्दियों में डायबिटीज के मरीज़ों को ज़रूर करना चाहिए। आइए इससे पहले डायबिटीज के बारे में कुछ जानते हैं।
समस्या
युवा पीढ़ी भी अछूती नहीं रही इन समस्याओं से
शरीर में ठीक से इंसुलिन न बनने या जब शरीर की कोशिकाएँ इंसुलिन के लिए ठीक से प्रतिक्रिया न दें तो शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है।
ऐसे लोगों को पॉलीयूरिया यानी बार-बार पेशाब आने की परेशानी होती है। उन्हें प्यास और भूख भी अन्य लोगों की अपेक्षा ज़्यादा लगती है।
आज दुनिया में सबसे ज़्यादा लोग हाइपरटेंशन और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं से ग्रसित हैं। आजकल की युवा पीढ़ी भी इससे अछूती नहीं रही।
जानकारी
रक्तचाप की समस्या से तेज़ी से ग्रसित हो रहे हैं 20 और 30 साल के युवा
जानकारी के अनुसार 20 और 30 साल के युवा तेज़ी से रक्तचाप की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। इसकी वजह से रक्त प्रवाह में बाधा और स्ट्रोक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गाजर
गाजर के सेवन से मिलता है वाहिकाओं और धमनियों को आराम
गाजर सर्दियों के मौसम में पाया जाने वाला बहुत गुणकारी फल है। गाजर में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है, जो वाहिकाओं और धमनियों को आराम देने में मदद करता है।
यह सोडियम के दुष्प्रभावों को भी बेअसर करती है। एथेरोस्क्लेरोसिस और स्ट्रोक का जोखिम भी इसके सेवन से कम हो जाता है।
गाजर का सेवन कई तरह से किया जा सकता है। इसे सब्ज़ी, जूस या कच्चा भी खाया जा सकता है।
चुकंदर
नाइट्रिक ऑक्साइड गैस देती है रक्त वाहिकाओं को आराम
चुकंदर में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन B पाया जाता है, जो रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के साथ ही तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाता है।
चुकंदर में नाइट्रेट ज़्यादा पाया जाता है, जिससे नाइट्रिक ऑक्साइड नाम की गैस बनती है, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने, रक्त प्रवाह को सही करने में मदद करती है।
यह अस्थायी रूप से रक्तचाप को भी कम करती है। इसलिए चुकंदर का सेवन ज़रूर करें।
पालक
धमनियों के वॉल्स की मोटाई कम करता है ल्यूटिन
पालक के गुणों के बारे में बताने की ज़रूरत नहीं है। इसमें पोटैशियम और ल्यूटिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
ल्यूटिन धमनियों के वॉल्स की मोटाई को कम करता है। इसकी वजह से हार्ट अटैक का ख़तरा कम हो जाता है।
पालक में मैग्नीशियम और फोलेट भी पाया जाता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। पालक में कम मात्रा में कैलोरी होती है।
इसे आप सलाद, सब्ज़ी, सैंडविच या जूस के रूप में भी ले सकते हैं।
मेथी और मूली
डायबटीज़ के मरीज़ों के लिए फ़ायदेमंद है मेथी और मूली
मेथी के पत्ते और बीज में घुलनशील फ़ाइबर होते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। हाई फ़ाइबर डाइट रक्तचाप को नियंत्रित करती है। इसके साथ ही मेथी के पत्तों और बीज में सोडियम की मात्रा भी बहुत कम होती है।
मूली में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। मूली का इस्तेमाल सलाद के रूप में किया जा सकता है। इसे आप सूप में भी मिला सकते हैं।