यात्रा के बहाने लोग पूरी कर रहे हैं अपनी नींद, क्या है नया 'स्लीप टूरिज्म' ट्रेंड?
क्या है खबर?
आज के समय में काम-काज इतना बढ़ गया है कि आराम करना तो सपने जैसा लगने लगा है। हफ्ते भर ऑफिस में काम करने के बाद छुट्टी का दिन भी घर के कामों में निकल जाता है। ऐसे में नींद पूरी नहीं हो पाती है और शरीर थकावट से चूर हो जाता है। इसी बीच सोशल मीडिया का एक नया ट्रेंड इस समस्या का समाधान बनकर उभरा है। आज हम नए 'स्लीप टूरिज्म' ट्रेंड की बात करने वाले हैं।
मतलब
क्या होता है 'स्लीप टूरिज्म'?
स्लीप टूरिज्म एक ऐसी यात्रा होती है, जिसके दौरान लोग केवल अपनी नींद पूरी करते हैं। इसे 'नैप टूरिज्म' या 'नैपकेशन' नाम से भी जाना जाता है। इस तरह की यात्रा के जरिए शरीर तरोताजा हो जाता है, दोबारा काम करने के लिए नई ऊर्जा मिलती है और तनाव से छुटकारा मिल जाता है। स्लीप टूरिज्म के दौरान लोग सोने के साथ-साथ तैराकी, योग, ध्यान लगाना और स्पा जैसी आरामदायक गतिविधियां भी करते हैं।
स्थान
स्लीप टूरिज्म के लिए आदर्श जगहें
यह असल में एक वेलनेस ट्रेंड है, जो शारीरिक और मानसिक शांति प्रदान करता है। भारत में ऐसे कई शहर हैं, जो स्लीप टूरिज्म को बढ़ावा देते हैं। इनमें कर्णाटक का कूर्ग, तमिलनाडु का कोडाइकनाल और उत्तराखंड का ऋषिकेश शामिल हैं। इनके अलावा आप मैसूर, गोवा और देहरादून जैसी जगहों पर जाकर भी आरामदायक छुट्टियां बिता सकते हैं। इन सभी स्थानों पर रिसोर्ट और आश्रम होते हैं, जहां जाकर आप अपनी नींद पूरी कर सकेंगे।
#1
काम की थकान होती है दूर
स्लीप टूरिज्म का मतलब जानने के बाद अब इसके फायदों पर भी नजर डालनी चाहिए। इस तरह की यात्रा के जरिए शारीरिक आराम मिलता है, जिससे काम की थकान दूर हो जाती है। जब आप नींद पूरी करने के बाद वापस काम पर जाएंगे तो आपकी उत्पादकता भी बढ़ जाएगी और आप बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। इसे इस तरह से समझिए कि स्लीप टूरिज्म आपके शरीर को चार्ज करने का काम करेगा, जिससे मानसिक स्वास्थ्य दुरुस्त होगा।
#2
नकारात्मकता और आलस हो जाता है कम
दिनभर काम करने के बाद मन अशांत हो जाता है और चिड़चिड़ापन व गुस्सा बढ़ जाता है। ऐसे में स्लीप टूरिज्म इन नकारात्मक भावनाओं को कम करने का अच्छा तरीका हो सकता है। इसकी मदद से डोपामाइन यानि खुशी वाला हार्मोन और सकारात्मकता बढ़ जाती है। जब लोग अपनी नींद पूरी करने के बाद काम पर लौटते हैं तो उनका आलस भी कम हो चुका होता है। इसके परिणामस्वरूप वे नई ऊर्जा के साथ काम शुरू कर पाते हैं।
#3
दर्द से भी मिल जाती है राहत
जब काम करते-करते थकावट बहुत बढ़ जाती है और शरीर तनाव के संकेत देना शुरू कर देता है। इन संकेतों में सबसे स्पष्ट होता है शरीर में दर्द होना। हालांकि, स्लीप टूरिज्म पर जाने से शारीरिक दर्द से राहत पाई जा सकती है। इसके दौरान नींद पूरी करने और शरीर को आराम देने का मौका मिलता है। स्पा के दौरान मालिश भी हो जाती है। इनकी मदद से दर्द ठीक हो जाता है और थकान भी मिट हो जाती है।