अगर आपके बच्चे की आंखें कमजोर हैं तो इन बातों का रखें खास ध्यान
क्या है खबर?
आजकल बच्चों की खाने से खेलने तक की आदतों में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
अब बच्चे जंक फूड खाने और घंटों टीवी देखने के साथ-साथ मोबाइल में गेम्स खेलना काफी पसंद करने लगे हैं। इस वजह से कई बच्चों की आंखें कमजोर हो रही हैं।
ऐसे में अगर माता-पिता कुछ बातों का ध्यान रखें तो वे अपने बच्चों की आंखों की रोशनी को ठीक कर सकते हैं।
#1
बाहर खेलने के लिए करें प्रेरित
कई बच्चे घर में रहकर ही काफी समय तक वीडियो गेम या मोबाइल गेम खेलते रहते हैं जिसके कारण उनकी आंखों की रोशनी बहुत प्रभावित होती है।
अगर आपके बच्चे की आंखें कमजोर हैं तो उसे टीवी और मोबाइल गेम्स से दूर रखने की कोशिश करें और उन्हें ज्यादा से ज्यादा आउटडोर खेल खेलने के लिए प्रेरित करें।
अभी कोरोना का कहर है तो बच्चों को पार्क आदि की बजाय छत या फिर आंगन में खेलने के लिए कहें।
#2
खाने में हो पौष्टिक आहार
अगर आपके बच्चे की आंखे कमजोर हैं तो उनकी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना सुनिश्चित करें जो आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए बेहतरीन माने जाते हैं।
उदाहरण के लिए, बच्चों को आंवला, गाजर, शकरकंद और कद्दू का भरपूर सेवन कराएं।
इन सभी में मौजूद विटामिन्स आंखों की समस्या को दूर करने के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद कर सकते हैं।
#3
स्क्रीन टाइम को कम करें
अगर आपके बच्चे की आंखे कमजोर हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आप उनके स्क्रीन टाइम को कम करें।
अगर आपका बच्चा ऑनलाइन पढ़ रहा है तो उसे बीच-बीच में ब्रेक लेने को कहें और आंखें बंद करके कुछ मिनट बैठने को बोलें।
इसके अलावा अगर बच्चे को चश्मा लगा है तो उसे नियमित रूप से इसे पहनने की सलाह दें। इससे ऑनलाइन पढ़ते समय बच्चे की आंखों पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा।
#4
समय-समय पर आंखों का चेकअप कराएं
यह जरूरी नहीं है कि जब बच्चों में आंखें कमजोर होने के लक्षण दिखें, तब ही उनकी आंखों का चेकअप कराया जाए।
इसकी बजाय हर छह महीने में आंखों का चेकअप कराने के लिए उन्हें डॉक्टर के पास जरूर लेकर जाएं।
वहीं,अगर बच्चे की आंखे कमजोर हों तो रोजाना उन्हें डॉक्टर की बताई दवाईयां खिलाएं और एक्सरसाइज कराएं। ऐसा करने से बच्चे की कमजोर आंखें जल्दी ठीक हो सकती हैं।