काढ़ा पीना है स्वास्थ्य के लिए अच्छा, लेकिन ज्यादा पीने से हो सकती हैं ये समस्याएं
क्या है खबर?
काढ़ा एक पारंपरिक आयुर्वेदिक पेय है, जिसे सर्दियों में इम्यूनिटी बढ़ाने और खांसी-जुकाम से राहत पाने के लिए पिया जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि इसका अधिक सेवन कई दुष्प्रभाव भी पैदा कर सकता है? इसका कारण है कि काढ़े में कई जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है, जो अगर जरूरत से ज्यादा शरीर में पहुंच जाए तो इससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
#1
किडनी हो सकती है प्रभावित
काढ़े का अधिक सेवन किडनी के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसका कारण है कि काढ़े में तुलसी, हल्दी और अदरक जैसी कई जड़ी-बूटियां होती हैं, जिनका अधिक सेवन किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे किडनी सही ढंग से काम नहीं कर पाती। इसके कारण किडनी का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इससे बचने के लिए काढ़े का सेवन संतुलित मात्रा में ही करें।
#2
पेट में हो सकती है जलन
काढ़े में पाई जाने वाली अदरक और तुलसी जैसी जड़ी-बूटियों का अधिक सेवन करने से पेट में जलन हो सकती है। दरअसल, इन जड़ी-बूटियों में मौजूद गर्मी शरीर के तापमान को बढ़ा देती है, जिससे पेट में जलन होने लगती है। इसके कारण आपको सीने में जलन या गैस की समस्या भी हो सकती है। इसलिए सर्दियों के दौरान काढ़े का सेवन करते समय इसकी मात्रा पर विशेष ध्यान दें।
#3
पानी की कमी की समस्या
काढ़े में पाई जाने वाली काली मिर्च का अधिक सेवन करने से शरीर में पानी की कमी की समस्या हो सकती है। काली मिर्च में पानी की कमी करने वाले गुण होते हैं। इसलिए काढ़े का अधिक सेवन करने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इससे बचने के लिए काढ़े का सेवन सीमित मात्रा में ही करें और साथ ही पानी या अन्य तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा करें।
#4
गर्भवती महिलाएं न करें काढ़े का अधिक सेवन
गर्भवती महिलाओं के लिए भी काढ़े का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। काढ़े में कई ऐसी जड़ी-बूटियां मौजूद होती हैं, जो गर्भवती महिला और उसके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को काढ़े का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी काढ़े का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
#5
सिरदर्द होना
काढ़े का अधिक सेवन करने से सिरदर्द भी हो सकता है। काढ़े में मौजूद अदरक, तुलसी और काली मिर्च जैसे मसाले बहुत गर्म होते हैं। इन मसालों की गर्मी ज्यादा देर तक सहन नहीं होती, जिससे सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा काढ़े में मौजूद गर्म मसालों के कारण सीने में जलन या गैस की समस्या भी हो सकती है। इसलिए काढ़े का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।