ल्यूकेमिया के कारण हुआ ऋषि कपूर का निधन, जानिए क्या है यह बिमारी और इसके लक्षण
अपने अभिनय से सबका दिल जीतने वाले बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर का गुरुवार को 67 साल की उम्र में निधन हो गया। बुधवार को उन्हें सांस लेने में हो रही तकलीफ के बाद मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। परिवार ने आधिकारिक बयान में कहा है कि ऋषि कपूर लगभग दो साल से ल्यूकेमिया की बीमारी से पीड़ित थे। ल्यूकेमिया क्या है और इसके लक्षण क्या हैं, आइए जानें।
क्या है ल्यूकेमिया?
ल्यूकेमिया एक प्रकार का ब्लड कैंसर होता है। खून में रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल और प्लेटलेट्स होते हैं। इनमें से व्हाइट ब्लड सेल्स, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं, ल्यूकेमिया से सबसे ज्यादा यही प्रभावित होते हैं। इससे इनकी संख्या बढ़ने लगती है और ये असामान्य हो जाते हैं, जिन्हें ल्यूकेमिक सेल कहा जाता है। इससे शरीर में टिश्यूज को ऑक्सीजन पहुंचाने वाले रेड ब्लड सेल और प्लेटलेट्स की भी कमी होने लगती है।
ल्यूकेमिया के मुख्य रूप से चार प्रकार होते हैं
1) एक्यूट ल्यूकेमिया: जब खून में वाइट सेल्स की संख्या तेजी से बढ़ती हैं तो उसे एक्यूट ल्यूकेमिया कहा जाता है। 2) क्रोनिक ल्यूकेमिया: जब शरीर में कुछ अविकसित सेल्स बन जाते हैं तो उस स्थिति को क्रोनिक ल्यूकेमिया कहा जाता है। 3) लिम्फोसाईटिक ल्यूकेमिया: लिम्फोसाईटिक ल्यूकेमिया तब होता है जब मौरो सेल वाइट ब्लड सेल बन जाते हैं। 4) मायलोजनस ल्यूकेमिया: जब मौरो सेल्स अन्य ब्लड सेल्स का निर्माण करते हैं तो उन्हें मायोलोजनस ल्यूकेमिया कहा जाता है।
ल्यूकेमिया के लक्षण और कारण
ल्यूकेमिया के लक्षण: बहुत पसीना आना (विशेष रूप से रात में), भूख न लगना, काफी कमजोरी महसूस होना, स्कीन पर लाल दब्बे पड़ना और हड्डियों में दर्द होना आदि ल्यूकेमिया के सामान्य रूप से सामने आने वाले लक्षण हैं। ल्यूकेमिया के कारण: ध्रुपमान करना, अधिक मात्रा में सफेद ब्लड सेल्स का बनाना, दवाई का साइड-इफेक्ट्स होना, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी का साइड-इफेक्ट्स होना और परिवार में किसी दूसरे व्यक्ति को ल्यूकेमिया का होना।
इस कैंसर के चलते कई बार अस्पताल जा चुके थे ऋषि कपूर
ऋषि कपूर इस घातक कैंसर का इलाज करवाने के लिए 2018 से करीब एक साल से ज्यादा वक्त तक न्यूयार्क में रहे। इसी के साथ फरवरी में स्वास्थ्य कारणों के चलते ऋषि कपूर को दो बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दरअसल, ल्यूकेमिया के चलते शरीर में गैर सेहतमंद कोशिकाओं के बढ़ने से इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है और व्यक्ति इंफेक्शन और बुखार की चपेट में जल्दी और लगातार आता रहता है।