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वजन घटाने के लिए न अपनाएं इंटरमिटेंट फास्टिंग, हो सकती हैं ये समस्याएं
वजन घटाने के लिए न चुनें इंटरमिटेंट फास्टिंग

वजन घटाने के लिए न अपनाएं इंटरमिटेंट फास्टिंग, हो सकती हैं ये समस्याएं

लेखन अंजली
Sep 01, 2025
02:05 pm

क्या है खबर?

आजकल कई लोग वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का सहारा ले रहे हैं। यह तरीका वजन घटाने के साथ-साथ शरीर के काम करने की प्रक्रिया को सुधारने में भी मदद करता है। हालांकि, यह हर किसी के लिए सही नहीं है। इंटरमिटेंट फास्टिंग से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। आइए आज हम आपको पांच ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताते हैं, जो इंटरमिटेंट फास्टिंग से हो सकती हैं।

#1

सिरदर्द होना

कई लोग वजन घटाने के चक्कर में इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपनाते हैं और इसके नतीजे भी सकारात्मक आते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को इसके कारण सिरदर्द होना शुरू हो जाता है। दरअसल, इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। इससे शरीर में नमक और पानी का संतुलन बिगड़ जाता है। नमक और पानी के असंतुलन से सिरदर्द और चक्कर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

#2

नींद में समस्या आना

शरीर को ठीक से काम करने के लिए भरपूर ऊर्जा की आवश्यकता होती है और ऊर्जा के लिए शरीर को कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है। जब आप इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपनाते हैं तो शरीर को कार्बोहाइड्रेट नहीं मिलते हैं, जिससे शरीर में शर्करा की कमी हो जाती है। शर्करा की कमी से नींद पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर में नमक और पानी का संतुलन भी बिगड़ जाता है।

#3

पाचन क्रिया पर पड़ सकता है बुरा असर

शुरूआत में इंटरमिटेंट फास्टिंग अपनाने से वजन में कमी आ सकती है, लेकिन लंबे समय तक इसे अपनाने से पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर को भरपूर पोषण नहीं मिल पाता है, जिससे शरीर पोषक तत्वों को ठीक से नहीं ले पाता है। इससे शरीर की पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके अलावा इससे कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

#4

हृदय रोग का खतरा

आजकल लोग वजन घटाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं, लेकिन उनमें से हर तरीका स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग से दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ सकता है। इस डाइट में शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता है और शरीर में नमक और पानी का संतुलन भी बिगड़ जाता है। इससे शरीर में नमक और पानी का संतुलन बिगड़ जाता है।

#5

मांसपेशियों में हो सकता है कमजोरी

इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर को भरपूर पोषण नहीं मिल पाता है इसलिए इससे शरीर की मांसपेशियों पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इससे मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है। इसके अलावा इससे शरीर में नमक और पानी का संतुलन भी बिगड़ जाता है, जिससे नमक और पानी असंतुलित हो जाती हैं, जो मांसपेशियों में कमजोरी का कारण बन सकती हैं। बता दें कि नमक और पानी से मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।