LOADING...
मीरा कपूर ने महज 7 दिनों में घटाया 1.5 किलो वजन, किया खास उपचार का पालन
मीरा कपूर ने 7 दिन में घटाया 1.5 किलो वजन (तस्वीर: एक्स/@Weekendvibes_)

मीरा कपूर ने महज 7 दिनों में घटाया 1.5 किलो वजन, किया खास उपचार का पालन

लेखन सयाली
Dec 20, 2025
11:50 am

क्या है खबर?

मीरा कपूर एक उद्यमी और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जो अक्सर प्रशंसकों के साथ सेहतमंद रहने के तरीके साझा करती रहती हैं। वह अपने स्वास्थ्य से जुड़े अपडेट भी पोस्ट करती रहती हैं, जिनमें स्किनकेयर रूटीन से लेकर डाइट तक शामिल होती है। अब मीरा ने खुलासा किया है कि उन्होंने महज 7 दिनों में अपना 1.5 किलो वजन घटाया। इसके लिए उन्होंने गट डिटॉक्स रिजीम का पालन किया था। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

मीरा

इंस्टाग्राम पर बताया अपना रिजीम

मीरा ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरीज के जरिए इस उपचार का खुलासा किया है। उन्होंने लिखा, "मैंने 1.5 किलो वजन कम कर लिया है। मुझे हल्का महसूस हो रहा है। जब मैं शीशे में खुद को देखती हूं, तो मैं पतली दिखती हूँ।" मीरा के मुताबिक, इस डिटॉक्स की मदद से उनके शरीर की सूजन चली गई है और उनके गाल फिर से गुलाबी हो गए हैं। उनका यह वीडियो उपचार के 6ठे दिन आया और उन्हें आरामदायक महसूस हुआ।

उपचार

क्या है यह डिटॉक्स रिजीम?

यह डिटॉक्स 7 दिनों तक चलता है, जिसमें पहले 3 दिन शरीर को क्लेंज यानि साफ किया जाता है। अगले 2 दिन शरीर से गंदगी निकालने पर केंद्रित होते हैं और आखिरी 2 दिन उपचार के लिए होते हैं। 6ठे दिन मीरा ने अभ्यंग और एक खास उपचार करवाया, जिसे नेत्र तर्पण कहते हैं। इसमें आंखों के चारों ओर तेल से मालिश की जाती है। उन्होंने कहा, "मेरा पेट बिल्कुल सपाट दिख रहा है और सूजन खत्म हो गई है।"

Advertisement

अभ्यंग

क्या होता है अभ्यंग?

अभ्यंग एक आयुर्वेदिक तेल मालिश है, जिसमें गुनगुने औषधीय तेल को पूरे शरीर पर लगाया जाता है। इससे रक्त संचार बेहतर होता है, तनाव कम होता है और मानसिक शांति भी मिलती है। मीरा के मुताबिक, "मेरा उपचार एक अलग तरह का अभ्यंग था। यह शरीर पर कम और पेट पर लगभग आधे घंटे तक चला। यह असल में बड़ी और छोटी आंत पर काम कर रहा था।" इसके दौरान मीरा को कई बार दर्द भी हुआ, लेकिन आराम मिला।

Advertisement

नेत्र तर्पण

कैसे किया जाता है नेत्र तर्पण?

नेत्र तर्पण भी एक आयुर्वेदिक उपचार है, जिसे अक्षी तर्पण भी कहा जाता है। इसमें आखों के चरों ओर आटा लगाया जाता है और उसमें गुनगुना घी भरा जाता है। इसकी मदद से आंखों को पोषण मिलता है और दृष्टि बेहतर होती है। साथ ही इससे आखों की थकान, सूखापन, जलन और तनाव भी दूर होता है। मीरा ने भी यह उपचार घी से किया, जिसके बाद उन्हें ऐसा लगा मानो उन्हें नई आखें मिल गई हों।

डिटॉक्स

मस्तिष्क और पेट के संबंध पर भी की बात

मीरा बताती हैं कि इस डिटॉक्स के दौरान एक एनीमा किया जाता है। यह प्रीबायोटिक्स, प्रोबायोटिक्स, खोए हुए पोषण और तरल पदार्थों को पाचन तंत्र में वापस लाता है। उनके मुताबिक, इस उपचार के दौरान नाश्ता समेत सभी मील हल्की होती हैं। यह डिटॉक्स पेट और मस्तिष्क के संबंध पर भी काम करता है। मीरा कहती हैं, "जब पेट साफ होता है तो मन भी साफ होता है। जब पेट भारी होता है तो मन पर बोझ महसूस होता है।"

Advertisement