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त्योहारों पर बनाकर खाएं पुरन पोली मोदक, जानिए इस मिठाई की आसान रेसिपी

त्योहारों पर बनाकर खाएं पुरन पोली मोदक, जानिए इस मिठाई की आसान रेसिपी

लेखन सयाली
Aug 25, 2025
07:25 pm

क्या है खबर?

गणेशोत्सव जैसे त्योहारों पर एक खास तरह की मिठाई बनाई जाती है, जिसे मोदक कहते हैं। यह भगवान गणेश की पसंदीदा है और इसे कई अलग-अलग तरीकों से तैयार किया जाता है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में एक और पकवान खूब पसंद किया जाता है। हम बात कर रहे हैं पुरान पोली की, जो एक तरह की मीठी रोटी होती है। आप इन दोनों मिठाइयों को मिलाकर पुरान पोली मोदक बना सकते हैं, जिसकी रेसिपी आसान है।

सामग्री

पुरान पोली मोदक बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

पुरान पोली मोदक बनाने के लिए आपको किसी अनोखी सामग्री की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप रसोई में मौजूद सामान के जरिए भी इसे तैयार कर सकते हैं। पेड़े बनाने के लिए आपको एक कप चावल का आटा, आधा कप चीनी, आधा कप पानी, दूध और केसर चाहिए होगा। इसके बाद पुरान पोली तैयार करने के लिए आपको एक कप चना दाल, हल्दी, पानी, गुड़ और जायफल पाउडर की जरूरत पड़ेगी। आप चाहें तो इसमें सूखे मेवे भी मिला सकते हैं।

स्टेप 1

चावल वाला पेड़ा बनाएं

इस रेसिपी की शुरुआत चावल के पेड़े बनाने से होगी। इसके लिए एक पैन में चावल के आटे को भूनें। ध्यान रहे कि आटा ज्यादा नहीं भूनना चाहिए, वर्ना उसका रंग बदल जाएगा। इसके बाद एक अन्य पैन में पानी और चीनी डालकर तब तक पकाएं जब तक चीनी पूरी तरह घुल न जाए। इस मिश्रण को चावल के आटे में मिलाएं और एक थाली में निकालें लें। अब हाथों से इसमें केसर, दूध और घी मिलाकर आटा गूंधें।

स्टेप 2

पुरान तैयार करें

रेसिपी का अगला स्टेप है पुरान बनाना, जिसे मोदक के अंदर भरा जाएगा। इसके लिए सबसे पहले चना दाल को कुछ घंटों के लिए भिगो दें, ताकि वह मुलायम हो जाए। इसके बाद इसे कुकर में पानी और हल्दी डालकर पक जाने दें। दाल को एक पैन में निकालें और कुटनी आदि की मदद से मीस लें। अब इसमें जायफल का पाउडर और गुड़ डालें और अच्छी तरह मिल जाने दें।

स्टेप 3

मोदक को आकार दें

जब पेड़े का मिश्रण और पुरान बन जाएं तो समय है मोदक को आकार देने का। इसके लिए मोदक बनाने वाले सांचे का उपयोग करना सही रहता है। सबसे पहले सांचे में घी लगाएं और चावल के पेड़े वाले मिश्रण को उसमें लगा दें। इसके बाद इसके बीच में पुरान का मिश्रण भरें और सांचे को हल्का जोर लगाकर बंद कर दें। इसे सावधानी से सांचे से बाहर निकालें और इसी तरह बचे हुए मिश्रण के मोदक तैयार कर लें।