अच्छी अरहर की दाल खरीदना चाहते हैं तो इन बातों का रखें खास ध्यान
आजकल बाजार में मिलने वाली अरहर की दाल में मिलावट की संभावना अधिक रहती है और मिलावटी दाल का स्वाद अच्छा नहीं होता है। इसके अलावा इसके सेवन से स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। दाल की अच्छी समझ रखने वाले लोग इस बात की परख कर लेते हैं कि अरहर की दाल में मिलावट है या नहीं। आइए आज आपको इसकी परख करने का आसान तरीका बताते हैं ताकि आप अच्छी अरहर दाल का सेवन करें।
अनपॉलिश्ड दाल की ऐसे करें पहचान
आजकल बाजार में पॉलिश की हुई अरहर की दाल मौजूद है और ऐसी दाल के सेवन से स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलते हैं। दरअसल, पॉलिश की प्रक्रिया के दौरान अरहर की दाल में मौजूद पोषक तत्व खत्म होने लगते हैं, इसलिए कभी भी बाजार से चमकदार अरहर दाल न खरीदें। बेहतर होगा कि आप अपनी डाइट में अनपॉलिश्ड दाल ही शामिल करें क्योंकि इसका स्वाद काफी अच्छा होता है और यह स्वास्थ्यवर्धक भी होती है।
ऐसे लगाएं मिलावट का पता
आमतौर पर अरहर की दाल में खेसारी दाल की मिलावट की जाती है क्योंकि यह एकदम अरहर दाल की तरह नजर आती है और इसकी मिलावट की पहचान करना बहुत मुश्किल है। खेसारी दाल पीले रंग की होती है और इसका आकार थोड़ा चौकोर होता है। अरहर दाल के मुकाबले यह अधिक चपटी होती है। इस दाल की मिलावट वाली अरहर दाल स्वाद में खराब लगती है और इससे पेट में गैस भी बनती है।
इस तरह की अरहर दाल खरीदना होगा अच्छा
जब भी आप किसी किराना दुकान से अरहर दाल खरीदने जाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि वह खुले में न रखी हो। अगर ऐसा कुछ है तो ऐसी दाल को खरीदने से बचें। ऐसी दाल में न तो खुशबू होती है और न ही स्वाद। अगर आपको खुली दाल खरीदनी भी है तो हमेशा टीन के डिब्बे या कांच के जार में बंद अनपॉलिश्ड अरहर दाल ही खरीदें।
अरहर की दाल के फायदे
अरहर की दाल में मौजूद पोषक तत्व कई बीमारियों से बचाव और उनके जोखिमों को कम करने में मदद कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, बढ़ते वजन से राहत पाने, हृदय को स्वस्थ बनाए रखने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और मधुमेह को नियंत्रित रखने आदि के लिए अरहर की दाल का सेवन करना लाभदायक है। इसलिए डाइट में अरहर की दाल को शामिल करना तो बनता है। रोजाना एक कटोरी अरहर दाल का सेवन करना लाभदायक माना जाता है।