मिठाई के तौर पर एकदम परफेक्ट है गुजराती मोहनथाल, आसान है बनाने का तरीका
मोहनथाल गुजरात की एक पारंपरिक मिठाई है जिसे त्योहारों और अन्य शुभ अवसरों पर बनाया जाता है। इसके अलावा इसे आम दिनों में दोपहर और रात के खाने के बाद मुंह मीठा करने के लिए भी खाया जा सकता है। सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसे बनाने में न तो अधिक समय लगता है और न ही अधिक मेहनत की जरूरत होती है। चलिए फिर आज मोहनथाल की रेसिपी जानते हैं।
इन चीजों की पड़ेगी जरूरत
1) एक कप मोटा बेसन 2) आधा कप देसी घी 3) दो बड़ी चम्मच दूध 4) एक कप चीनी 5) आधा कप मावा 6) 10-12 काजू (छोटे-छोटे टुकड़ों में कटे हुए) 7) 10-12 बादाम (बारीक कटे हुए) 8) 10-12 पिस्ता ( बारीक कटे हुए) 9) दो बड़ी चम्मच हरी इलायची का पाउडर नोट: अगर आप चाहें तो अपने मन मुताबिक सामग्रियों की मात्रा को कम या ज्यादा कर सकते हैं।
ऐसे तैयार करें मोहनथाल के लिए बेसन
बेसन तैयार करने के लिए सबसे पहले एक परात में बेसन को अच्छे से छान लें और फिर उसमें दो छोटी चम्मच देसी घी डालकर उसे हाथों की मदद से अच्छी तरह से मिला लें। अब इसमें दूध मिलाएं और पूरे मिश्रण को सामान्य आटे की तरह नरम गूंथ लें। इस आटे को 20 मिनट तक के लिए ढककर छोड़ दें ताकि यह मोहनथाल के लिए अच्छे से सेट हो सके।
अब बनाएं एक तार वाली चाशनी
चाशनी बनाने के लिए एक पैन में चीनी और आधा कप पानी गर्म करें और जब चीनी पानी में पूरी तरह घुल जाए तो चाशनी को थोड़ा ठंडा करके चेक करें कि यह तैयार हुई या नहीं। चाशनी को चेक करने के लिए उसकी एक बूंद को उंगली और अंगूठे के बीच रखें और उससे एक तार बनाने की कोशिश करें। अगर तार बने तो समझ जाएं कि चाशनी तैयार है और इसमें सूखे मेवे और इलायची पाउडर मिला लें।
ऐसे दें रेसिपी को अंतिम रूप
अब एक कढ़ाही में देसी घी गर्म करके उसमें बेसन का आटा और मावा अच्छे से भूनें और जब मावा भूरा होने लगे तो इसमें चाशनी मिलाकर इसे दो-तीन मिनट तक पकाएं और गैस बंद कर दें। इसके बाद एक थाली को घी से चिकना करें और उसमें कढ़ाही वाले मिश्रण को डालकर फैला दें। अब सूखे मेवों को इसके ऊपर ग्रानिश कर दें और मिश्रण ठंडा होने पर इसे चकोर आकार में काट लें। आपका मोहनथाल तैयार है।