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करवा चौथ के चांद का नहीं करना पड़ेगा ज्यादा इंतजार, जानें किस शहर में कब निकलेगा
करवा चौथ का चांद

करवा चौथ के चांद का नहीं करना पड़ेगा ज्यादा इंतजार, जानें किस शहर में कब निकलेगा

लेखन अंजली
Oct 10, 2025
11:49 am

क्या है खबर?

करवा चौथ हिंदू माह कार्तिक में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर मनाया जाने वाला त्योहार है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र, समृद्धि और सुरक्षा के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चांद को अर्घ्य देने के बाद ही कुछ खाती है। यही वजह है कि सुहागनों को बड़ी बेसब्री से चांद के निकलने का इंतजार रहता है तो आइए जानते हैं कि इस बार किस शहर में कितने बजे चांद दिखाई दे सकता है।

पूजा विधि

करवा चौथ की पूजा विधि 

इस त्योहार पर विवाहित महिलाएं सबसे पहले नहाकर श्रृंगार करके और नए कपड़े पहनती हैं, फिर सूर्योदय से पहले सरगी करके उपवास रखती हैं। इसके बाद पूरे दिन निर्जला उपवास रखकर शाम के समय महिलाएं करवा चौथ उपवास कथा का पाठ करती हैं। दूसरी पूजा महिलाएं चंद्रोदय के समय करती हैं। उस दौरान वे अपने पति को छलनी से देखती हैं और उनकी आरती उतारती हैं, फिर पति अपनी पत्नी को पानी पिलाकर उनका उपवास तोड़ते हैं।

चांद

चांद निकलने का समय

द्रिक पंचांग के अनुसार, इस बार चांद निकलने का समय रात 8:14 बजे बताया जा रहा है, लेकिन विभिन्न शहरों में इसका समय थोड़ा अलग हो सकता है। जहां दिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद और नोएडा में रात 8:13 बजे तक चांद दिखने की उम्मीद है, वहीं मुंबई में रात 08:55 बजे, कोलकाता में शाम 07:45 बजे, चेन्नई में शाम 07:30 बजे, चंडीगढ़ में रात 08:08 बजे, देहरादून में 08:04 बजे और लखनऊ में रात 8:42 बजे तक चांद दिख सकता है।

महत्व

करवा चौथ का महत्व 

करवा चौथ विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण त्योहार है। इस अवसर पर महिलाएं सोलह श्रृंगार करके अपने पति के लिए निर्जला उपवास रखकर उनके उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और सात जन्मों तक साथ रहने की कामना करती हैं। करवा चौथ का उपवास बहुत कठिन माना जाता है क्योंकि इस दिन महिलाएं चंद्रमा के दर्शन तक बिना भोजन या पानी ग्रहण किए उपवास रखती हैं। चंद्रमा को करवा (मिट्टी का बर्तन) से अर्घ्य देने के बाद ही उपवास खोला जाता है।

गर्भवती महिला 

गर्भवती महिलाओं के लिए उपवास से जुड़े नियम 

अगर आप गर्भवती हैं और करवा चौथ का उपवास रख रही हैं तो वे समय-समय पर फल और पानी का सेवन करती रहें। भारी कपड़े न पहनें और अपने आराम के अनुसार ढीले और हल्के कपड़े पहनें। साथ ही वे श्रृंगार करें। गर्भवती महिलाओं को निर्जला व्रत रखने से बचना चाहिए क्योंकि यह उनके और होने वाले शिशु के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। इस दिन बस करवा चौथ से जुड़ी सभी विधियां अपनाएं।