बच्चों को छुट्टियों के दौरान इन 5 में से किसी एक चिड़ियाघर की जरूर करवाएं सैर
अगर आपके बच्चे के स्कूल की गर्मियों की छुट्टियां पड़ गई हैं या पड़ने वाली हैं और आप उसे कहीं घुमाने की योजना बना रहे हैं तो इसके लिए चिड़ियाघर बेहतरीन जगह है। देश में 60 से भी ज्यादा चिड़ियाघर हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही पर्यटन की दृष्टि से संपन्न हैं। आइए आज हम आपको 5 ऐसे चिड़ियाघर के बारे में बताते हैं, जहां आपको अपने बच्चे को एक बार जरूर ले जाना चाहिए।
इंदिरा गांधी चिड़ियाघर
यह देश के सबसे बड़े चिड़ियाघर में से एक है, जो आंध्र प्रदेश में स्थित है। यहां आकर आप अपने बच्चों को विभिन्न जानवर करीब से दिखा सकते हैं और इस चिड़ियाघर के तीन तरफ से सुरम्य पूर्वी घाट के भी देखने को मिल सकते हैं। इसके चारों तरफ कंबलकोंडा वन अभ्यारण्य है और यह चिड़ियाघर 600 एकड़ से भी अधिक जमीन पर फैला हुआ है। यह चिड़ियाघर बच्चों के साथ पूरा दिन बिताने के लिए बेहतरीन जगह है।
नंदनकानन चिड़ियाघर
ओड़िशा में स्थित नंदनकानन 200 से अधिक बाड़ो वाला एक चिड़ियाघर है, जहां आप विभिन्न प्रकार के जानवरों और पक्षियों को करीब से देख सकते हैं। इसकी स्थापना साल 1960 में हुई थी और यह साल 2009 में वर्ल्ड एसोसिएशन ऑ जूज एंड एक्वेरियम का हिस्सा बन गया। नंदनकानन सफेद बाघ सफारी की सुविधा प्रदान करने वाला चिड़ियाघर है, जिस वजह से इसे अंग्रेजी में 'द गार्डन ऑफ हेवेन' भी कहा जाता है।
राजीव गांधी चिड़ियाघर
यह पुणे के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। आप यहां पूरा दिन अपने प्रियजनों के साथ बिता सकते हैं और एक मजेदार पिकनिक का इंतजाम कर सकते हैं। अगर आप सीखने या मनोरंजन में रुचि रखते हैं तो समय बिताने के लिए यह एक मजेदार जगह है। यहां आप वन्य जीवन से लेकर विभिन्न वनस्पतियों के बारे में विस्तार से बहुत कुछ जानने को मिल सकता है।
मैसूर चिड़ियाघर
मैसूर चिड़ियाघर देश के सबसे पुराने चिड़ियाघर में से एक है, जिसे पहले श्री चामराजेंद्र प्राणी उद्यान के नाम से जाना जाता था। इस चिड़ियाघर के अंदर एक अनोखा बगीचा स्थित है, जो काफी मनमोहक लगता है। इसके अतिरिक्त इस चिड़ियाघर में आप 100 से भी ज्यादा विभिन्न प्रकार के स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप और अन्य जानवर हैं। इसलिए यहां जाकर आपको एक अलग ही अनुभव मिल सकता है।
अरिग्नार अन्ना चिड़ियाघर
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित चिड़ियाघर को वंडालुर चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है। यह वनस्पतियों और जानवरों की 2000 से ज्यादा प्रजातियों का घर है। इस चिड़ियाघर के 160 बाड़ो में 1,500 जंगली प्रजातियां हैं, जिनमें से 46 लुप्तप्राय प्रजातियां भी शामिल हैं। मुदुमलाई नेशनल पार्क के बाद यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है। यकीनन यहां जाकर आपके बच्चे काफी खुश हो जाएगें।