जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है सेज, जानिए इसके सेवन से मिलने वाले फायदे
क्या है खबर?
खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए सिर्फ मसाले और धनिया पत्ते ही नहीं बल्कि सेज का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
अगर आप यह सोच रहे हैं कि आखिर सेज क्या है? तो आपको बता दें कि धनिये की पत्ते की तरह ही इसके पत्ते होते हैं।
इसे ज्यादातर लोग मसाले के तौर पर इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह गुणकारी औषधि की तरह भी काम कर सकता है।
आइए आज आपको इसके फायदे बताते हैं।
#1
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए है लाभदायक
सेज का सेवन मस्तिष्क के बहुत लाभदायक है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, सेज में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो तनाव और चिंता जैसे मस्तिष्क को प्रभावित करने वाले विकारों को दूर करने का काम कर सकता है।
इसके साथ ही यह सेरेब्रल इस्किमिया (मस्तिष्क से संबंधित एक तरह की बीमारी) और अल्जाइमर (भूलने से संबंधित रोग) से छुटकारा दिलाने का काम कर सकता है।
#2
कैंसर से बचाव करने में भी हैं सहायक
सेज में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव मौजूद होता है और इसकी मदद से ये कैंसर जैसी प्राणघातक बीमारी से लड़ने में भी मदद कर सकते हैं।
यह प्रभाव शरीर में बढ़ रहे कैंसर सेल्स और कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद करता है।
इसी के साथ सेज में ऐंटी-कैंसर गुण भी मौजूद होते हैं जो कैंसर के जोखिम को कम करने में काफी हद तक मददगार साबित हो सकते हैं।
#3
वजन को नियंत्रित करने में है सहायक
अगर आप बढ़ते वजन को कम करने की कोशिश में लगे हैं तो आपके लिए अपनी डाइट में सेज को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत करने के साथ-साथ वसा को कम करने का काम भी करते हैं।
इसके अतिरिक्त, फाइबर मेटाबॉलिज्म की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं जिससे शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी को कम करने में काफी मदद मिलती है।
#4
लिवर के लिए भी हैं फायदेमंद
बुरा कोलेस्ट्रॉल कई बार लिवर संबंधित रोगों का कारण बन सकता है और इसे सेज के सेवन से कम किया जा सकता है।
सेज बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके रक्त को साफ करने का काम करते हैं और लिवर संबंधित परेशानियों से बचाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।
इसी के साथ लिवर को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली और खान-पान में भी बदलाव करना जरूरी है।