तमिलनाडु: धनुषकोडी की यात्रा को रोमांचक बना सकती हैं ये 5 गतिविधियां, जरूर आजमाएं
तमिलनाडु का धनुषकोडी एक अनोखा और रहस्यमय स्थान है। यह रामेश्वरम द्वीप के दक्षिण-पूर्वी छोर पर स्थित है और इसे 'भूतिया शहर' भी कहा जाता है। साल 1964 में आए चक्रवात ने इस शहर को तबाह कर दिया था, जिसके बाद यहां केवल खंडहर बचे हैं। इसकी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां की शांत समुद्र तटों का अनुभव करना आनंददायक है। धनुषकोडी की यात्रा आपको इतिहास और प्रकृति के संगम का अनुभव कराएगी।
रामसेतु प्वाइंट पर सूर्यास्त का आनंद लें
धनुषकोडी में रामसेतु प्वाइंट एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां से आप सूर्यास्त का अनोखा दृश्य देख सकते हैं। यह स्थान हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी के मिलन बिंदु पर स्थित है। यहां से सूर्यास्त देखने का अनुभव बेहद खास है क्योंकि सूरज धीरे-धीरे समुद्र में डूबता नजर आता है। इस समय आसमान रंग-बिरंगे रंगों से भर जाता है, जो मन मोह लेता है। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो यह जगह आपके लिए स्वर्ग समान है।
धनुषकोडी बीच पर सैर करें
धनुषकोडी बीच अपनी शांति और सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां की सफेद रेत और नीला पानी पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस बीच पर सैर करना एक सुखद अनुभव है क्योंकि यहां भीड़भाड़ नहीं होती, जिससे आप प्रकृति की गोद में आराम से समय बिता सकते हैं। सुबह या शाम के समय इस बीच पर टहलना बेहद सुकून भरा होता है जब ठंडी हवा आपके चेहरे को छूती हुई गुजरती है।
पुरानी चर्च और रेलवे स्टेशन देखें
धनुषकोडी में पुराने चर्च और रेलवे स्टेशन आज भी खंडहर रूप में मौजूद हैं, जो इतिहास की गवाही देते हैं। ये संरचनाएं साल 1964 के चक्रवात द्वारा नष्ट हो गई थीं, लेकिन अब भी उनकी दीवारें उस त्रासदी की कहानी कहती हैं। इन खंडहरों को देखकर आपको उस समय की भव्यता का अंदाजा होगा जब ये इमारतें जीवंत थीं। यहां आकर आप उस समय के गौरवशाली अतीत और प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को महसूस कर सकते हैं।
स्थानीय मछुआरों से बातचीत करें
धनुषकोडी में स्थानीय मछुआरों से बातचीत करना एक दिलचस्प अनुभव हो सकता है। वे आपको अपनी जीवनशैली, संघर्षों और रोजमर्रा की चुनौतियों के बारे में बता सकते हैं। उनके साथ कुछ वक्त बिताकर आप उनकी संस्कृति और रीति-रिवाजों को करीब से जान सकते हैं। वे आपको ताजे समुद्री भोजन बनाने की विधि भी सिखा सकते हैं, जो आपके लिए एक नया अनुभव हो सकता है।
रामेश्वरम मंदिर जाएं
रामेश्वरम मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो धनुष्कोडी आने वाले हर यात्री को जरूर देखना चाहिए। यह मंदिर अपनी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए मशहूर है। यहां आकर श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर परिसर विशाल है इसलिए इसमें घूमने के लिए पर्याप्त समय निकालें ताकि हर हिस्से को अच्छे से समझ सकें। इस प्रकार धनुष्कोडी यात्रा करके आप ना केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेंगे बल्कि ऐतिहासिक धरोहरों से भी जुड़ाव महसूस करेंगे।