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बच्चों को बिना बिगाड़े लाड़-प्यार कैसे करें? जानिए तरीके
बच्चों को बिना बिगाड़े लाड़-प्यार करने के तरीके

बच्चों को बिना बिगाड़े लाड़-प्यार कैसे करें? जानिए तरीके

लेखन अंजली
Oct 14, 2025
07:29 pm

क्या है खबर?

बच्चों को प्यार करना एक खास जिम्मेदारी है, जिसे सही तरीके से निभाना अहम है। प्यार के नाम पर उन्हें बिगाड़ना आसान होता, लेकिन कुछ तरीके अपनाकर आप इसे ठीक कर सकते हैं। सबसे पहले बच्चों को सीमाएं समझाना जरूरी है ताकि वे अनुशासन में रहें। इसके साथ ही उनकी भावनाओं को समझना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना भी जरूरी है। इस लेख में हम आपको कुछ आसान और प्रभावी तरीके बताएंगे, जिससे आप सफल हो सकें।

#1

समय दें और सुनें

बच्चों को प्यार करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उन्हें समय दें और उनकी बातें ध्यान से सुनें। जब बच्चे आपसे बात करते हैं तो उन्हें पूरा ध्यान दें, उनकी बातें सुनें और उनके सवालों का जवाब दें। इससे उन्हें लगेगा कि आप उनकी अहमियत समझते हैं और वे खुद को खास महसूस करेंगे। इसके अलावा उनके साथ खेलें, पढ़ाई में मदद करें और उनकी रुचियों को समझें ताकि उनका आत्मविश्वास बढ़े।

#2

सीमाएं तय करें

प्यार करने का मतलब यह नहीं कि आप उनकी हर इच्छा पूरी करें। बच्चों को सीमाएं तय करके दें ताकि वे समझ सकें कि क्या सही है और क्या गलत। उदाहरण के लिए, खाने का समय, खेलने का समय, पढ़ाई का समय आदि तय करें। इससे बच्चे अनुशासन में रहेंगे और उनकी दिनचर्या व्यवस्थित होगी। इसके अलावा उन्हें समय-समय पर नियमों का पालन कराना भी जरूरी है ताकि वे आत्म-नियंत्रण सीख सकें और जिम्मेदार बन सकें।

#3

सकारात्मक प्रोत्साहन दें

बच्चों को प्रोत्साहित करना बहुत जरूरी है। जब वे कोई अच्छा काम करें तो उनकी तारीफ करें और उन्हें सकारात्मक प्रोत्साहन दें। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे आगे भी अच्छा करने के लिए प्रेरित होंगे। इसके अलावा उन्हें गलतियों से सीखने का मौका दें और उनकी गलतियों पर गुस्सा न करें बल्कि उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करें। इससे बच्चे आत्मनिर्भर बनेंगे और अपनी गलतियों से सीखेंगे।

#4

आराम से डाटें

अगर बच्चे कोई गलती करें तो उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। डांटने का तरीका ऐसा होना चाहिए कि बच्चे डरें नहीं बल्कि अपनी गलतियों को समझ सकें। उदाहरण के लिए, अगर बच्चा देर से घर आया है तो उसे डांटने की बजाय पूछें कि क्या समस्या थी और आगे कैसे सही किया जा सकता है। इससे बच्चे आत्मविश्वास के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे और गलतियों से सीखेंगे। इसके अलावा उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दें।

#5

अनुशासन सिखाएं

अनुशासन बच्चों के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। उन्हें समय पर उठना, पढ़ाई करना, खेलने का समय तय करना आदि सिखाएं। इसके साथ-साथ उन्हें जिम्मेदारियां सौंपें जैसे कि कमरे की सफाई करना, बर्तन धोना आदि। इससे वे आत्मनिर्भर बनेंगे और अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे। इसके अलावा उन्हें समय का महत्व समझाएं ताकि वे अपनी दिनचर्या को सही तरीके से निभा सकें और अनुशासन में रहें। इसके साथ ही उन्हें समय प्रबंधन की आदत भी डालें।