कैसे की जा सकती है फ्रॉग स्टैंड एक्सरसाइज? जानें इसका अभ्यास और अन्य जरूरी बातें
क्या है खबर?
फ्रॉग स्टैंड एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो शरीर के संतुलन और ताकत को बढ़ाने में मदद करता है।
यह योग और जिम्नास्टिक्स का हिस्सा है, जिसमें व्यक्ति अपने हाथों पर शरीर का भार उठाता है।
इस प्रक्रिया में मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और मानसिक संतुलन भी बेहतर होता है।
यह एक्सरसाइज शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी फायदेमंद होता है क्योंकि इससे ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है।
आइए इस एक्सरसाइज से जुड़ी महत्वपूर्ण बाते जानें।
#1
फ्रॉग स्टैंड कैसे करें?
सबसे पहले जमीन पर बैठें और अपने हाथों को कंधे की चौड़ाई पर रखें, फिर धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ें और उन्हें अपनी बाहों के ऊपर टिकाएं।
अब धीरे-धीरे अपने पैरों को जमीन से उठाएं और संतुलन बनाए रखें।
शुरुआत में इसे कुछ सेकंड तक करें और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। ध्यान रहे कि आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए और सांस सामान्य रूप से चलती रहनी चाहिए।
#2
फ्रॉग स्टैंड के फायदे
फ्रॉग स्टैंड करने से आपके शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, खासकर हाथों, कंधों और पेट की मांसपेशियां।
यह एक्सरसाइज आपके संतुलन को सुधारता है, जिससे आप अन्य शारीरिक गतिविधियों में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
इसके अलावा यह मानसिक स्थिरता लाने में मदद करता है क्योंकि इसे करते समय आपको पूरी तरह ध्यान केंद्रित करना पड़ता है।
नियमित अभ्यास से आत्मविश्वास भी बढ़ता है क्योंकि आप अपनी क्षमताओं का विस्तार करते हैं।
#3
एक्सरसाइज करते समय बरतें ये सावधानियां
फ्रॉग स्टैंड करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ताकि चोट लगने से बचा जा सके।
सबसे पहले सुनिश्चित करें कि आप एक सपाट सतह पर अभ्यास कर रहे हैं, जहां फिसलने का खतरा न हो।
अगर आप पहली बार कर रहे हैं तो किसी प्रशिक्षक या साथी की मदद लें ताकि वे आपको सही तरीके से मार्गदर्शन कर सकें।
अगर आपको कलाई या कंधे में दर्द महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और आराम करें।
#4
इस एक्सरसाइज के साथ आजमाएं ये वेरिएशन
फ्रॉग स्टैंड के अलावा आप क्रो पोज जैसे अन्य वेरिएशन भी आजमा सकते हैं, जो आपके संतुलन कौशल को चुनौती देते हैं।
इसके साथ ही प्लैंक या पुश-अप्स जैसी एक्सरसाइज जोड़कर अपनी ताकत बढ़ा सकते हैं, जिससे आपका ओवरऑल फिटनेस लेवल सुधर सकता है।
इन सभी एक्सरसाइज को मिलाकर एक संपूर्ण वर्कआउट रूटीन तैयार किया जा सकता है, जो आपकी फिटनेस यात्रा में सहायक होगा।