गुड़ के फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे आप, सर्दियों में करता है दवा की तरह काम
क्या है खबर?
सर्दियों के दौरान गुड़ का सेवन शरीर के लिए बेहद ही लाभकारी होता है, क्योंकि गुड़ की तासीर गर्म होती है।
इतना ही नहीं, गुड़ में स्वाद के साथ-साथ सेहत से संबंधित भी कई राज छुपे होते हैं।
जी हां, गुड़ आपकी पेट से संबंधित बीमारियों को दूर करता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है और त्वचा में भी निखार आता।
तो आइए जानते हैं कि और किस-किस तरह से गुड़ आपके लिए लाभकारी है।
#1
खांसी-जुकाम से दिलाएं जल्द निजात
गुड़ की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से कफ, खांसी-जुकाम आदि से जल्द राहत पाई जा सकती है।
इसके अलावा जुकाम के दौरान कच्चा गुड़ खाने से बचें और हो सके तो इसे चाय या पानी में मिलाकर इसका सेवन करें।
साथ ही गले में खराश के कारण आवाज बैठ जाने की समस्या होने पर दो काली मिर्च के साथ 50 ग्राम गुड़ का सेवन करें, ऐसा करने से समस्या जल्द दूर हो जाएगी और गले को आराम मिलेगा।
#2
हड्डियों को करे मजबूत
अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो गुड़ आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
गुड़ में मौजूद कैल्शियम के साथ फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायता करता है।
इतना ही नहीं गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक लेने से सर्दियों में जोड़ों के दर्द की समस्या से आसानी से छुटकारा मिल सकता है।
इसलिए अपनी डाईट में गुड़ को जरूर शामिल करें, क्योंकि यह अन्य समस्याओं से भी निजात दिलाने में मददगार है।
#3
पाचन क्रिया को रखे दुरुस्त
स्वादिष्ट होने के साथ गुड़ में खून को शुद्ध करने के गुण होते हैं।
इससे शरीर के सभी टॉक्सिक सब्सटेन्स आसानी से बाहर निकल जाते हैं, जिसकी वजह से मेटाबॉल्जिम ठीक रहता है।
इसके अलावा एक गिलास पानी या दूध के साथ गुड़ को खाने से पेट संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
साथ ही गुड़ में कई पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं, जो पाचन क्रिया को दुरूस्त रखने में मदद करते हैं।
#4
आयरन की कमी को करें दूर
ऐसी बहुत-सी चीज़े हैं, जिनके सेवन से आयरन की कमी दूर होती है, लेकिन गुड़ एक ऐसी चीज है जिसमें आयरन बहुत ज्यादा पाया जाता है यानी गुड़ आयरन का एक प्रमुख स्रोत है।
यह एनीमिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है, इसलिए एनीमिया के शिकार लोगों को चीनी की जगह पर गुड़ का सेवन करना चाहिए।
खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत जरूरी होता है, क्योंकि ज्यादातर महिलाएं ही एनीमिया की शिकार बनती हैं।