LOADING...
गुरु पूर्णिमा 2023: जानिए कब और कैसे हुई इस दिन की शुरुआत और इसका महत्व
गुरु पूर्णिमा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

गुरु पूर्णिमा 2023: जानिए कब और कैसे हुई इस दिन की शुरुआत और इसका महत्व

लेखन अंजली
Jul 03, 2023
12:41 pm

क्या है खबर?

गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है। यह महाभारत ग्रंथ के लेखक वेद व्यास की जयंती का प्रतीक है। हर साल इस दिन को हिंदू महीने आषाढ़ (जून-जुलाई) की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा आज यानी 3 जून को है। यह दिन शिक्षकों के सम्मान और उनके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। आइए आज इस दिन के महत्व और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।

इतिहास

कब से हुई इस दिन की शुरूआत?

महर्षि वेद व्यास जी महाभारत, 18 महापुराण और ब्रह्मसूत्र समेत कई धर्म ग्रंथों के रचियता थे। ऐसा माना जाता है कि आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने की शुरुआत वेद व्यास जी के 5 शिष्यों ने की थी। बता दें कि इसी दिन वेद व्यास जी ने अपने शिष्यों और ऋषि-मुनियों को श्री भागवत पुराण का ज्ञान दिया और तब से उनके शिष्यों ने इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया।

महत्व

गुरु पूर्णिमा का महत्व

हिंदू और बौद्ध परंपराओं में गुरु पूर्णिमा का बहुत महत्व है। यह आध्यात्मिक यात्रा में गुरुओं के महत्व को स्वीकार करने का दिन है। हिंदू धर्म में यह भगवान शिव का सम्मान करने का दिन है, जिन्हें पहला गुरु या आदि गुरु माना जाता है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, भगवान शिव ने इसी दिन अपने शिष्यों को योग और आध्यात्मिकता का ज्ञान दिया था। ऐसे में इस दिन को गुरुओं के सम्मान में मनाया जाता है।

Advertisement

समय

गुरु पूर्णिमा मनाने का शुभ समय

गुरु पूर्णिमा का शुभ समय चंद्र कैलेंडर और विशिष्ट स्थान के आधार पर अलग-अलग होता है। इस अवसर पर लोग आमतौर पर सुबह जल्दी उठकर अपने अनुष्ठान करते हैं और भगवान शिव से आशीर्वाद मांगते हैं। द्रिक पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 2 जुलाई को रात 8:21 बजे शुरू होकर 3 जुलाई को शाम 5:08 बजे समाप्त हो जाएगी। हालांकि, इस दिन की पूजा और उत्सव पूरे दिन जारी रहेगा।

Advertisement

तरीके

कैसे मनाई जा सकती है गुरु पूर्णिमा?

इस अवसर पर कई लोग मंदिर, आध्यात्मिक केंद्रों या अपने गुरुओं के घरों पर जाते हैं और उनके सम्मान के तौर पर उन्हें कुछ उपहार देते हैं। इसके अतिरिक्त गुरु पूर्णिमा पर विशेष पूजा समारोह आयोजित किए जाते हैं। कई विद्वान गुरु पूर्णिमा के महत्व पर प्रवचन देते हैं। आप चाहें तो सोशल मीडिया के जरिए गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरुओं को बधाई संदेश भेज सकते हैं।

Advertisement