स्कूली बच्चों के लिए डूडल प्रतियोगिता आयोजित कर रहा गूगल, जानिए भाग लेने का तरीका
दिग्गज टेक कंपनी गूगल अपने सर्च इंजन के होम पेज पर प्रदर्शित होने वाले डूडल को लेकर एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है। इस प्रतियोगिता में भारत के पहली से 10वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राएं भाग ले सकते हैं और उन्हें डूडल बनाना होगा जो बाल दिवस पर होम पेज पर दिखाया जाएगा। विजेता को पुरस्कार दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता का विषय '25 वर्षों में, मेरा भारत करेगा...' रखा गया है।
बच्चों को डूडल के जरिए दिखाना होगा 25 साल बाद का भारत
गूगल प्रतियोगिता के जरिए स्कूली बच्चों से जानना चाहता है कि उनके नजरिये से 25 साल बाद भारत कैसा होगा। कंपनी के मुताबिक, यह डूडल प्रतियोगिता बच्चों की आशाओं और सपनों के आधार पर देश के भविष्य को आकार देने में मदद कर सकती है।
कब तक अपना गूगल डूडल जाम करवा सकते हैं बच्चे?
गूगल के एक नोट के मुताबिक, "यह बच्चों की कल्पना के लिए एक मौका है कि वे अगले 25 वर्षों में भारत को क्या हासिल करते देखना चाहते हैं, चाहें वह मंगल ग्रह पर एक अंतरिक्ष स्टेशन बनाना हो या कोई नया आविष्कार करना हो क्योंकि जैसे-जैसे आप बढ़ते हैं, भारत आपके साथ बढ़ता है।" बच्चे इस प्रतियोगिता के लिए अपना डूडल 30 सितंबर, 2022 रात 9 बजे तक जमा करवा सकते हैं।
गूगल डूडल प्रतियोगिता में कैसे भाग लें?
स्कूली बच्चे अपनी इच्छानुसार किसी भी सामग्री का इस्तेमाल करके डूडल बना सकते हैं। हालांकि, डूडल सबमिट करने से पहले बुनियादी जानकारी वाला एक फॉर्म भरना होगा। इसके बाद आप डूडल की फोटो को मेल कर सकते हैं या इसे png या jpg फाइल में ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। आप चाहें तो डाक से भी बच्चे का डूडल सबमिट कर सकते हैं। इसके लिए फॉर्म का प्रिंट आउट लें और उसे वेबसाइट पर दिखाए गए पते पर भेज दें।
डूडल भेजने से पहले इन बातों पर दें ध्यान
गूगल डूडल बनाने वाला प्रतिभागी का स्टेटमेंट जरूरी है, जिसमें वह यह बताए कि उसने क्या बनाया है और यह अगले 25 साल बाद के भारत के लिए उसके नजरिये का प्रतिनिधित्व कैसे करता है। इसके अलावा प्रतिभागी अपने डूडल के साथ आवश्यक जानकारी के नोट और प्रवेश पत्र पर माता-पिता या अभिभावक से हस्ताक्षर भी करवाएं। इसके बाद माता-पिता और शिक्षक बच्चे का डूडल सबमिट करें।
डूडल को निम्न मानकों पर जाएगा आंका
कलात्मक योग्यता- बच्चों के गूगल डूडल को कलात्मक कौशल के आधार पर परखा जाएगा। रचनात्मकता- प्रतियोगिता के विषय का प्रतिनिधित्व करते हुए गूगल लोगो में अक्षरों का इस्तेमाल और डूडल के लिए अनोखा दृष्टिकोण। थीम- बच्चे की चित्रकारी और लिखित कथन में प्रतियोगिता के विषय को कितनी अच्छी तरह व्यक्त किया गया है। इन आधार पर बच्चों के डूडल को आंकने के बाद उन्हें कुछ ग्रेड दिए जाएंगे, जिनके अनुसार नेशनल फाइनलिस्ट, ग्रुप विनर और एक नेशनल विनर घोषित होंगे।
नेशनल विनर को क्या मिलेगा?
नेशनल विनर का गूगल डूडल 14 नवंबर को 24 घंटे के लिए Google.co.in पर प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त उसे पांच लाख रुपये की कॉलेज छात्रवृत्ति और उसके स्कूल को दो लाख रुपये का एक प्रौद्योगिकी पैकेज दिया जाएगा। विनर को एक सर्टिफिकेट या ट्रॉफी और एक गूगल हार्डवेयर भी प्रदान किया जाएगा। अन्य नेशनल और ग्रुप विनर्स को भी पुरस्कार और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया जाएगा।
प्रतियोगिता में कौन होगा जज?
इस प्रतियोगित में बॉलीवुड अभिनेत्री और फिल्म निर्माता नीना गुप्ता, कॉमिक बुक एडिटर, फिल्म निर्माता और स्टैंडअप कॉमिक कुरियाकोस वैसन, यूट्यूब क्रिएटर और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर स्ले प्वाइंट के साथ-साथ कलाकार, शिक्षक, यूट्यूबर और उद्यमी अलिका भट्ट जज होंगी।