कपड़ों पर कितनी देर रहता है कोरोना वायरस और इन्हें धोते समय क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
कोरोना वायरस (COVID-19) के लगातार बढ़ते मामलों के बीच लोगों में इस महामारी को लेकर डर फैला है। इससे बचने के लिए लोगों को घरों में रहने और बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जाती रही है। वहीं कुछ लोगों के मन में ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या यह वायरस कपड़ों पर जीवित रह सकता है और कपड़े धोते समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? आइये, इन सवालों के जवाब जानते हैं।
प्लास्टिक और स्टील पर ज्यादा देर जीवित रहते हैं वायरस
कोरोना वायरस को लेकर अलग-अलग देशों में रिसर्च चल रही हैं। कई ऐसी रिसर्च भी हुई हैं, जिनमें यह देखा गया कि अलग-अलग सतहों पर कोरोना वायरस कितनी देर तक जीवित रह सकता है। हालांकि, अधिकतर वायरस स्टील और प्लास्टिक जैसी सतहों पर कपड़े और गत्ते की तुलना में ज्यादा देर तक रहते हैं। कपड़ा या गत्ता किसी भी वायरस को जकड़ लेता है, जिस कारण इसका इस जगह से दूसरी जगह फैलना मुश्किल हो जाता है।
कपड़े धोते समय बरतें ये सावधानी
विशेषज्ञों का कहना है कि कपड़ों को हर हाल में साफ रखना चाहिए। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए संक्रामक बीमारियों की विशेषज्ञ डॉक्टर तुन सिंघल ने कहा, "कपड़ों को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन कहता है कि कपड़ों को गर्म पानी से धोना चाहिए। माना जाता है कि डिटर्जेंट वायरस को मार देते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के मामले में ऐसा कोई डाटा नहीं है। फिर भी संक्रमित लोगों के कपड़े धोते समय सावधानी बरतनी चाहिए।"
स्टील और प्लास्टिक पर तीन दिन तक रह सकता है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस को लेकर हुई अलग-अलग रिसर्च में पता चला है कि स्टील और प्लास्टिक पर यह वायरस तीन दिनों तक जीवित रह सकता है, जबकि गत्ते पर यह तीन और तांबे पर चार घंटे में समाप्त हो जाता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की क्या सलाह है?
स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह दी है कि संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बिस्तर, तौलिया और रूमाल आदि कपड़े धोने के साबुन और पानी से धोने चाहिए। अगर मशीन में कपड़े धोने हैं तो घरेलू डिटर्जेंट और गरम पानी इस्तेमाल करें और धुलने के बाद कपड़ों को पूरी तरह सूखने दें। इसमें कहा गया है संक्रमित व्यक्ति के कपड़े अलग रखें और अगर आप मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे रोजाना धोना न भूलें।
बढ़ते जा रहे हैं संक्रमण के मामले
जानकारी के लिए बता दें अब तक 1.80 करोड़ लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 6.88 लाख मरीजों की मौत हुई है। सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका में 46.66 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 1.54 लाख लोगों की मौत हुई है। वहीं ब्राजील में 27.33 लाख संक्रमितों में से 94,104 की मौत हुई है। भारत में कुल मामलों की संख्या 18,03,695 पहुंच गई है और अब तक 38,135 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है।