क्या सूखे मेवे भोजन का विकल्प हो सकते हैं? जानें
आजकल बहुत से लोग सूखे मेवों को अपने डाइट में शामिल कर रहे हैं। यह माना जाता है कि सूखे मेवे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमें कई पोषक तत्व होते हैं। क्या वे वास्तव में भोजन का विकल्प हो सकते हैं? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमें सूखे मेवों के पोषण मूल्य और उनकी सीमाओं पर ध्यान देना होगा। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
पोषण की कमी
सूखे मेवे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, लेकिन इनमें सभी जरूरी पोषक तत्व नहीं होते, जो एक संतुलित भोजन में पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए सूखे मेवों में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा कम होती है, जबकि एक संतुलित भोजन में ये दोनों ही अहम होते हैं। इसके अलावा सूखे मेवे विटामिन और मिनरल्स की पूरी आपूर्ति नहीं कर सकते। इसलिए केवल सूखे मेवे खाकर आप अपने शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व नहीं दे सकते।
कैलोरी की अधिकता
सूखे मेवों में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है। अगर आप इन्हें बिना किसी सीमा के खाते रहेंगे तो वजन बढ़ने का खतरा होता है। एक मुट्ठी बादाम या अखरोट खाने से ही आपको काफी कैलोरी मिल जाती है, जो आपके दैनिक कैलोरी सेवन को बढ़ा सकती है। इसके अलावा इनमें फैट्स की मात्रा भी अधिक होती है, जो वजन बढ़ाने में योगदान कर सकती है। इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
विविधता की कमी
भोजन का मुख्य उद्देश्य केवल पेट भरना नहीं होता बल्कि शरीर को विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करना भी होता है। जब आप केवल सूखे मेवे खाते हैं तो आपकी डाइट में विविधता की कमी हो जाती है। सब्जियां, फल, अनाज और दालें भी आपके आहार का हिस्सा होना चाहिए ताकि आपका शरीर सभी प्रकार के विटामिन और मिनरल्स प्राप्त कर सके और स्वस्थ रह सके। इस तरह संतुलित आहार से ही सभी जरूरी पोषक तत्व मिल सकते हैं।
पाचन समस्याएं
सूखे मेवों का अत्यधिक सेवन करने से पाचन समस्याएं हो सकती हैं जैसे कब्ज या पेट फूलना। इनमें फाइबर की मात्रा कम होती है, जिससे पाचन तंत्र सही तरीके से काम नहीं कर पाता। कुछ लोगों को इनसे एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए यह कहना गलत होगा कि सूखे मेवे भोजन का विकल्प बन सकते हैं। उन्हें अपने आहार में शामिल करें लेकिन संतुलन बनाए रखें ताकि आपका शरीर सभी जरूरी पोषक तत्व प्राप्त कर सके और स्वस्थ रहे।