
हाथी की अलग-अलग प्रजातियां, जानिए इनकी खासियत
क्या है खबर?
हाथी एक ऐसा जीव है, जो अपनी विशालता और समझदारी के लिए जाना जाता है।
आमतौर पर हाथी को एक ही प्रकार का समझा जाता है, लेकिन वास्तव में यह कई अलग-अलग किस्मों में पाया जाता है।
इस लेख में हम हाथी की कुछ प्रमुख किस्मों के बारे में जानेंगे, जिनमें से कुछ किस्में तो विलुप्त होने के कगार पर हैं।
आइए जानें कि कौन-सी किस्म सबसे बड़ी और कौन -सी सबसे छोटी होती है।
#1
एशियाई हाथी
एशियाई हाथी सबसे आम किस्मों में से एक है, जो भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और थाईलैंड जैसे देशों में पाया जाता है।
इनका आकार अफ्रीकी हाथियों से छोटा होता है और इनका सिर भी गोल होता है।
एशियाई हाथियों की त्वचा पर छोटे-छोटे बाल होते हैं, जो इन्हें अफ्रीकी हाथियों से अलग पहचान देते हैं।
इनका उपयोग प्राचीन काल से ही मानव सभ्यता द्वारा परिवहन और खेती के कामों के लिए किया जाता रहा है।
#2
अफ्रीकी हाथी
अफ्रीकी हाथी दो प्रकार (सवाना और वन) के होते हैं।
सवानाहाथी आमतौर पर बड़े आकार के होते हैं और इनकी पूंछ लंबी होती है। इनका उपयोग सफारी पर्यटन के दौरान किया जाता है।
वहीं वन हाथी छोटे आकार के होते हैं और इनकी पूंछ छोटी होती है। इनका उपयोग स्थानीय लोग परिवहन और खेती के कामों के लिए करते हैं।
#3
सुमात्रन हाथी
सुमात्रन हाथी भी एक दुर्लभ किस्म है, जिसे केवल सुमात्रा द्वीप पर पाया जाता है। यह किस्म बहुत ही छोटी होती है और इनकी पूंछ भी छोटी होती है।
सुमात्रन हाथियों की त्वचा चिकनी होती है, जो इन्हें अन्य किस्मों से अलग पहचान देती है। इनका उपयोग स्थानीय लोग परिवहन और खेती के कामों के लिए करते हैं।
हालांकि, यह किस्म विलुप्त होने के कगार पर है इसलिए इनके संरक्षण पर जोर देना जरूरी है।
#4
श्रीलंकाई हाथी
श्रीलंकाई हाथी भी एक दुर्लभ किस्म है, जिसे केवल श्रीलंका नामक देश में पाया जाता है। यह किस्म बहुत बड़ी होती है और इनकी पूंठ भी लंबी होती है।
श्रीलंकाई हाथियों की त्वचा मोटी होती है, जो इन्हें ठंडे मौसम से बचाने में मदद करती है। इनका उपयोग प्राचीन काल से ही युद्ध और परिवहन कामों के लिए किया जाता रहा है।
इन सभी अलग-अलग प्रकारों से यह स्पष्ट होता है कि हाथी कई प्रकारों में पाए जाते हैं।